सैनिक परिवारों को साधने के लिए भाजपा, कांग्रेस ने झौंकी ताकत, राहुल की रैली से एक दिन पहले भाजपा ने चला दांव
देहरादून में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया सैन्य धाम का शिलान्यास
देहरादून, 15 दिसंबर। उत्तराखंड में सैनिक परिवारों को साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पूरी ताकत लगा दी है। राहुल गांधी 16 दिसंबर को देहरादून के परेड मैदान में सैनिक परिवारों को सम्मानित करने के साथ ही 1971 के ऐतिहासिक विजय दिवस को मनाने के लिए देहरादून आ रहे हैं, तो इससे पहले भाजपा ने ठीक एक दिन पहले देहरादून में ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हाथों सैन्य धाम का शिलान्यास कर कांग्रेस को सीधे तौर पर चुनौती दी है। भाजपा, कांग्रेस की नजर उत्तराखंड में सैनिक और पूर्व सैनिक परिवारों के साढ़े 4 लाख से ज्यादा वोटर हैं। जो चुनाव में हार-जीत में बड़ा रोल निभा सकते हैं।
204
परिवारों
को
किया
सम्मानित
बुधवार
को
देहरादून
में
उत्तराखंड
के
5वें
धाम
के
रुप
में
विकसित
किए
जा
रहे
सैन्य
धाम
का
रक्षा
मंत्री
राजनाथ
सिंह
ने
शिलान्यास
किया।
रक्षा
मंत्री
राजनाथ
सिंह
बुधवार
को
सैन्यधाम
के
शिलान्यास
के
बाद
शहीद
परिजनों
का
सम्मान
किया।
वह
देहरादून
के
सैन्यधाम
पहुंचे
थे
और
इस
दौरान
उन्होंने
शहीदों
के
आंगन
की
मिट्टी
पर
पुष्पांजलि
अर्पित
की।
कार्यक्रम
में
देहरादून
के
204
शहीद
परिजनों
को
सम्मानित
किया
गया।
राजनाथ
सिंह
ने
कहा
कि
इस
सैन्यधाम
में
इतने
शहीदों
के
आंगन
की
मिट्टी
लाना
कोई
आसान
काम
नहीं
है।
जब
मैं
मिट्टी
को
यहां
पुष्प
अर्पित
कर
रहा
था
तो
मैंने
उसे
अपने
माथे
पर
लगाया।
उत्तराखंड
की
महान
परंपरा
के
वाहक
जनरल
बिपिन
रावत
के
जाने
से
हमारे
देश
की
बहुत
बड़ी
क्षति
हुई
है।
यह
बेहद
दुखद
है।
अपनी
बड़ी
जिम्मेदारी
को
पूरा
करने
के
लिए
वह
प्रयत्न
कर
रहे
थे।
वह
सबके
दिलों
में
हमेशा
जिंदा
रहेंगे।
इस
मौके
पर
मुख्यमंत्री
पुष्कर
सिंह
धामी
ने
कहा
कि
रक्षा
मंत्री
स्वयं
एक
किसान
पुत्र
हैं।
वह
सैनिकों,
पूर्व
सैनिकों
की
भावनाओं
से
भलीभांति
परिचित
हैं।
संबोधन
के
दौरान
उन्होंने
जनरल
बिपिन
रावत
को
श्रद्धांजलि
अर्पित
की।
कहा
कि
जनरल
रावत
के
उत्तराखंड
राज्य
को
लेकर
बहुत
सपने
थे।
हमारी
सरकार
उनके
सारे
सपनों
के
अनुरूप
उनकी
सभी
आकांक्षाओं
को
पूरा
करेगी।
सैनिक
कल्याण
मंत्री
गणेश
जोशी
ने
कहा
63
करोड़
की
लागत
से
जब
यह
सैन्य
धाम
बन
जाएगा
तो
देशभर
के
लोग
इसे
देखने
आएंगे।
कांग्रेस
को
अब
तक
शहीदों
की
याद
नहीं
आई।
अब
चुनाव
के
समय
उन्हें
सैनिक
और
शहीद
याद
आ
रहे
हैं।
उन्होंने
बताया
कि
सैन्यधाम
के
लिए
1734
शहीदों
के
आंगन
की
मिट्टी
को
लाया
गया
है।
जिसे
अमर
जवान
ज्योति
की
बुनियाद
में
लगाया
जाएगा।
सैन्यधाम
के
शहीद
द्वार
का
नाम
सीडीएस
जनरल
बिपिन
रावत
के
नाम
पर
रखा
जाएगा।
63
करोड़
की
लागत
से
बनने
वाले
सैन्यधाम
में
शहीद
जसवंत
सिंह
और
हरभजन
सिंह
के
मंदिर
बनाए
जाएंगे।
धाम
में
अमर
जवान
ज्योति,
म्यूजियम,
थियेटर,
गन,
टैंक
प्रमुख
आकर्षण
का
केंद्र
होंगे।
कांग्रेस
के
विजय
सम्मान
दिवस
के
मायने
इधर
कांग्रेस
ने
16
दिसंबर
को
लेकर
विजय
सम्मान
दिवस
के
रुप
में
मनाने
जा
रही
है।
इसके
लिए
परेड
मैदान
में
भव्य
कार्यक्रम
आयोजित
किया
जा
रहा
है।
कांग्रेस
ने
इस
रैली
और
कार्यक्रम
को
सफल
बनाने
के
लिए
पूरा
जोर
लगा
दिया
है।
नेता
प्रतिपक्ष
प्रीतम
सिंह
ने
कहा
कि
16
दिसंबर
1971
के
दिन
को
भला
कौन
भूल
सकता
है,
जब
तत्कालीन
प्रधानमंत्री
इंदिरा
गांधी
के
मजबूत
नेतृत्व
में
व
जनरल
मानिकशॉ
के
कुशल
अगुवाई
में
भारतीय
सेना
ने
न
केवल
90
हजार
पाकिस्तानी
सैनिकों
को
घुटनों
के
बल
हाथ
खड़ा
कर
आत्मसमर्पण
के
लिए
मजबूर
किया,
बल्कि
पाकिस्तान
के
दो
टुकड़े
कर
नया
बांग्लादेश
बना
दिया।
प्रीतम
सिंह
ने
कहा
कि
प्रीतम
सिंह
ने
कहा
कि
16
दिसंबर
को
भारतीय
सेना
के
जांबाजों
को
हमारे
नेता
राहुल
गांधी
सलाम
करेंगे।
कांग्रेस
इस
दौरान
सैनिक
परिवारों
को
सम्मानित
करेगी।
साथ
ही
परेड
मैदान
में
एक
प्रदर्शनी
के
जरिए
कांग्रेस
विजय
को
उत्सव
के
रुप
में
मनाने
जा
रही
है।
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