बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे 30 अप्रैल को, 10 हजार फीट से भी ज्यादा ऊंचाई पर यूं जमी है बर्फ
हरिद्वार. उत्तराखंड में स्थित भगवान बदरीनाथ मंदिर के कपाट आगामी 30 अप्रैल को खोले जाएंगे। मंदिर के कपाट पिछले साल 17 नवंबर को शाम 5:13 बजे शीतकाल के लिए बंद किए गए थे। विजयादशमी के दिन आयोजित धार्मिक समारोह में श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कपाट बंद होने की घोषणा की थी। अब यह घोषणा की गई है कि, कपाट 30 अप्रैल को ब्रह्म मुहूर्त में प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
30 अप्रैल को ब्रह्म मुहूर्त में खुलेंगे कपाट
बसंत पंचमी के धार्मिक पर्व पर नरेंद्र नगर स्थित टेहरी नरेश के राज दरबार में बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की घोषणा हुई। जिसके अनुसार, श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में, भगवान बद्री विशाल के महाभिषेक के लिए 18 अप्रैल को तिलों का तेल पिरोया जाएगा। इन दिनों बदरीनाथ मंदिर और उसके आस-पास कई-कई फीट तक बर्फ जमी हुई है। मुद्र सतह से साढ़े 10 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित मंदिर में भगवान बदरीविशाल पदमासन मुद्रा में विराजमान हैं।
तिलों के तेल पिरोने की तिथि 18 अप्रैल
एक पदाधिकारी ने बताया कि, कपाट खुलने की तिथि घोषित होने के साथ ही भगवान बद्रीविशाल के नित्य महा अभिषेक पूजा में प्रयुक्त होने वाले तिलों के तेल पिरोने की तिथि भी 18 अप्रैल निश्चित की गई है। हर बार की तरह, इस बार भी भगवान बदरीनाथ के दर्शन करते ही लोग श्रद्धा-आस्था से भावविभोर हो उठेंगे।
कपाट खुलने के समय हजारों श्रद्धालु आएंगे
कपाट खुलने के समय श्री बदरीनाथ धाम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहते हैं। बड़ी संख्या में देशभर से पहुंचे श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए कतारों में खड़े रहते हैं। अप्रैल में गर्मियों की शुरूआत होती है।
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