11 ब्राह्रमण, 22 ठाकुर, 3 महिला, 2 मुस्लिम चेहरे, परिवारवाद होल्ड, पहली लिस्ट में ये है कांग्रेस का फॉर्मूला
17 सीटों पर सभी समीकरण साधने की होगी बड़ी चुनौती
देहरादून, 23 जनवरी। उत्तराखंड में करीब 14 दिन तक चले मंथन के बाद कांग्रेस ने शनिवार देर रात अपनी 53 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने अपनी सूची में अपने सभी 9 सिटिंग विधायकों को टिकट दिया है। इसके साथ ही 11 ब्राह्रमण, 22 ठाकुर, 3 महिला और 2 मुस्लिम चेहरों पर दांव खेला है। बता दें कि भाजपा ने जिन 59 उम्मीदवारों को पहली सूची में जगह दी है, उनमें 15 ब्राह्मण 22 ठाकुर, 6 आरक्षित वर्ग, 3 बनिया समुदाय और 6 महिलाओं को टिकट दिया है। इस तरह से कांग्रेंस की पहली लिस्ट में महिलाओं की भागीदारी कम ही नजर आ रही हैं। हालांकि अभी 17 सीटों पर मुहर लगना बाकि है। ये बात यहां पर इसलिए भी उठ सकती है कि पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश में कांग्रेस 40 परसेंट महिलाओं को उम्मीदवार बना रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, हरक सिंह रावत और रणजीत रावत परिवार के किसी भी सदस्य के अलावा किशोर उपाध्याय को पहली सूची में जगह नहीं मिल पाई है। जिन 17 सीटों को कांग्रेस ने होल्ड पर रखा है, उनमें डोईवाला, कैंट, टिहरी, रामनगर, सल्ट जैसी अहम सीटें भी शामिल हैं।
सभी 9 सिटिंग विधायक किए रिपीट
उत्तराखंड में सत्ता में वापसी को लेकर चुनाव मैदान में उतर रही कांग्रेस इस बार हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। प्रत्याशी चयन से लेकर गुटबाजी हर मुद्दे पर कांग्रेस हाईकमान सभी पहलुओं को बारीकी से मंथन कर रही है। यही वजह है कि कांग्रेस की पहली लिस्ट को जारी करने से पहले हाईकमान ने पूरा समय लिया। पार्टी ने सबसे पहले सभी नौ सिटिंग विधायकों प्रीतम सिंह, मनोज रावत, ममता राकेश, काजी निजामुद्दीन, फुरकान अहमद. हरीश धामी, करन माहरा, आदेश सिंह चौहान और गोविंद सिंह कुंजवाल के टिकट को रिपीट किया है। इसके अलावा हाल ही में बीजेपी से कांग्रेस में शामिल होने वाले यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य को भी पुरानी सीटों पर उतारा है। पार्टी ने दोनों को ही सिटिंग विधायक होने के नाते टिकट देने का वादा किया था। इन टिकटों को परिवारवाद से बाहर रखा गया है। कांग्रेस ने परिवारवाद के दूसरे मामलों को होल्ड पर रख दिया है।
हरीश रावत के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चुनाव लड़ने पर भी सस्पेंस बना हुआ है। हरीश रावत के रामनगर और सल्ट से चुनाव लड़ने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन इन दोनों सीट पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत का दावा है। ऐसे में विवाद को देखते हुए हाईकमान ने दोनों सीटों को होल्ड में डाल दिया है। हरीश रावत के परिवार से बेटी अनुपमा रावत ने हरिद्वार की तीन सीटों में से किसी एक और बेटे वीरेंन्द्र रावत खानपुर से टिकट मांग रहे हैं। हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करने वाले हरक सिंह रावत और बहू अनुकृति गुंसाई का टिकट भी होल्ड पर रखा गया है। हरक सिंह को डोईवाला या चौबट्टाखाल से चुनाव में उतारने की चर्चा है। जबकि बहू अनुकृति गुंसाई लैंसडाउन से दावेदार मानी जा रही है। कांग्रेस को जल्द ही परिवारवाद के मसलों पर फैसला लेना होगा।
हॉट सीटों पर मंथन जारी
इसके
अलावा
नरेंद्रनगर
सीट
पर
हाल
ही
में
कांग्रेस
के
संपर्क
में
आए
ओमगोपाल
रावत
और
टिहरी
सीट
पर
पूर्व
प्रदेश
अध्यक्ष
किशोर
उपाध्याय
के
रुख
स्पष्ट
होने
के
बाद
ही
टिकट
फाइनल
हो
पाएंगे।
देहरादून
की
सबसे
हॉट
सीट
कैंट,
डोईवाला
और
ऋषिकेश
को
लेकर
हरीश
रावत
और
प्रीतम
खेमा
आमने
सामने
है।
इन
सीटों
पर
नहीं
हुआ
फैसला-
- नरेन्द्रनगर
- टिहरी
- देहरादून कैन्टोनमेन्ट
- डोईवाला
- ऋषिकेश
- ज्वालापुर (अ.जा.)
- झबरेड़ा (अ.जा.)
- रूड़की
- खानपुर
- लक्सर
- हरिद्वार ग्रामीण
- चौबट्टाखाल
- लैन्सडौन
- सल्ट
- लालकुवां
- कालाढूँगी
- रामनगर
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