देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे- अखिलेश से बहुत ज्यादा खर्चीले हैं योगी आदित्यनाथ
योगी सरकार बनवाने जा रही है देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे, लेकिन इसकी कीमत अखिलेश के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे से कहीं अधिक है।
लखनऊ। देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे 25000 करोड़ की लागत से बनेगा, यह एक्सप्रेस वे लखनऊ से गाजीपुर के बीच बनेगा। योगी सरकार का यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे अखिलेश यादव के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की तुलना में कहीं अधिक महंगा है। इस एक्सप्रेस वे के प्रति किलोमीटर की लागत पर नजर डालें तो यह अखिलेश यादव के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की तुलना में कहीं अधिक है।
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अखिलेश के एक्सप्रेस वे पर लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
लखनऊ से गाजीपुर के बीच भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे बनने जा रहा है, यह एक्सप्रेस वे सिक्स लेन का है। यूपी में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भाजपा ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जनता के पैसों का दुरुपयोग किया है। भाजपा ने इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया है और जब वह सत्ता में आएगी तो वह इसकी जांच कराएगी।
प्रति किलोमीटर लागत 70 करोड़ रुपए
योगी सरकार जिस पूर्वांचल एक्सप्रेव को बनवाने जा रही है वह लखनऊ से गाजीपुर के बीच 353 किलोमीटर का होगा, जिसको अखिलेश यादव ने ही प्रस्तावित किया था। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 24627 करोड़ रुपए की लागत आएगी, यानि प्रति किलोमीटर एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 70 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। वहीं लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे जिसकी कुल लंबाई 302 किलोमीटर है इसके निर्माण में प्रति किलोमीटर की लागत 50 करोड़ रुपए थी। ऐसे में इस लिहाज से योगी सरकार में बनने वाले लखनऊ-गाजीपुर के एक्सप्रेस वे की प्रति किलोमीटर की लागत 20 करोड़ रुपए अधिक है।
भूमि अधिग्रहण में अतिरिक्त खर्च से बढ़ी लागत
लेकिन यहां एक्सप्रेस वे के निर्माण में बढ़ी लागत की बड़ी वजह है भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को अधिक मूल्य का भुगतान है। यूपी सरकार के एक अधिकारी का कहना है कि बढ़ी कीमत की वजह भूमि अधिग्रहण में अधिक मूल्य दिए जाना है। उन्होंने बताया कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रे वे में भूमि अधिग्रहण के लिए तकरीबन 2900 करोड़ रुपए खर्च किए गए, जबकि पूर्वांचल एक्सप्रेव वे के लिए भूमि अधिग्रहण में कुल 7058 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अधिकारी का कहना है कि यूपी की जमीन काफी उपजाऊ है, लिहाजा सरकार ने किसानों को इसकी अच्छी कीमत देने का फैसला लिया है।
एक्सप्रेस वे नहीं ई-वे
इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए सरकार पीपीपी मॉडल को अपनाएगी। इसके साथ ही प्राइवेट कंपनियों को इस एक्सप्रेस वे पर ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लिए कहा जाएगा, ताकि लोगों को वाई-फाई की सुविधा मुहैया कराई जा सके। अधिकारी ने बताया कि यह एक्सप्रेस वे ई-वे होगा जिसकी कुल लागत 25107 करोड़ रुपए होगा।