सुलखान सिंह बने रहेंगे सुल्तान या यूपी को मिलेगा नया डीजीपी, पढ़िये कौन-कौन हैं कतार में
सुलखान सिंह की ईमानदारी छवि और अभी तक का कार्यकाल देखकर सरकार उन्हें कुछ और समय तक डीजीपी बनाये रखना चाहेगी।
इलाहाबाद। यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह का कार्यकाल 30 सितंबर को खत्म हो रहा है। ऐसे में एक बार फिर यह सवाल यूपी के सामने है कि सुलखान सिंह पुलिस के सुल्तान बने रहेंगे या यूपी को नया डीजीपी मिलेगा? यूपी में नये डीजीपी की आहट शुरू हो गई है। इस आहट के बीच अगर कुछ अपवाद है तो वह है सुलखान सिंह का नाम।
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सुलखान सिंह की ईमानदार छवि
दरअसल सुलखान सिंह की ईमानदारी छवि और अभी तक का कार्यकाल देखकर सरकार उन्हें कुछ और समय तक डीजीपी बनाये रखना चाहेगी। दूसरे शब्दों में कहें तो सुलखान सिंह की साफ सुथरी छवि के लिए उन्हें गिफ्ट दिया जा सकता है लेकिन यह नहीं भी हो सकता है क्योंकि डीजीपी बनने की कतार में कई और बड़े नाम और चेहरे हैं।
1 - प्रवीण सिंह आईपीएस
वरिष्ठता क्रम में 1982 बैच के आईपीएस प्रवीण सिंह का नाम अभी तक सबसे ऊपर है। सपा सरकार में भी इनका नाम बिल्कुल आगे रहा लेकिन किस्मत साथ नहीं रही। इस समय यह डीजी अग्निशमन के पद पर तैनात हैं।
2 - डॉ. सूर्य कुमार शुक्ल आईपीएस
अगर सरकार की पसंद की बात करें तो 1982 बैच के ही डॉ. सूर्य कुमार शुक्ल का नाम सबसे पसंदीदा है। यह भी सपा सरकार में डीजीपी बनते-बनते रह गए लेकिन भाजपा की वरिष्ठता क्रम की नीति इस बार इन्हें मौका दे सकती है। इस समय डॉ. सूर्य कुमार शुक्ल डीजी होमगार्ड के पद पर तैनात हैं।
3 - राजीव राय भटनागर आईपीएस
डीजीपी सीट के दावेदार हैं 1983 बैच के राजीव राय भटनागर। यह यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। यूपी के बारे में इनकी जमीनी जानकारी, इन्हें दौड़ में तीसरे नंबर पर ले आई है।
4 - गोपाल गुप्ता आईपीएस
वरिष्ठता के आधार पर चौथे नंबर पर आईपीएस गोपाल गुप्ता हैं। इनके नाम के लिये तो पैरोकारी भी हो रही है। वरिष्ठता देखते हुये इन्हें भी तगड़ा दावेदार माना जा रहा है। फिलहाल 1983 बैच के आईपीएस गोपाल गुप्ता डीजी प्रशिक्षण के पद पर तैनात हैं। यह भी यूपी के खेरी के रहने वाले हैं।
5 - ओमप्रकाश सिंह आईपीएस
ओमप्रकाश सिंह 1983 बैच के आईपीएस हैं और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं। यह गया बिहार के रहने वाले हैं और इन्होंने खुद ही डीजीपी की कमान संभालने संभालने की इच्छा जताई है।
6 - जावीद अहमद आईपीएस
सपा सरकार में डीजीपी रह चुके जावीद अहमद ने योगी सरकार में भी लगभग एक महीने डीजीपी पद संभाला है और एक बार फिर इस पद पर वरिष्ठता के आधार पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। जावीद अहमद 1984 बैच के आईपीएस हैं और इस वक्त केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।
7 - रजनीकांत मिश्रा आईपीएस
वरिष्ठता के आधार पर यह नाम भले ही सूची में 7 नंबर पर हो लेकिन इनका नाम बेहद ही चर्चा में है और प्रमुखता से चल रहा है। पटना बिहार के रहने वाले 1984 बैच के आईपीएस रजनीकांत मिश्रा फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं। अगर सरकार वरिष्ठता का आधार नहीं बनाती तो यह सबसे प्रबल दावेदार होंगे।
इन
नामों
पर
भी
चर्चा
इनके
अलावा
डीजीपी
पद
के
लिये
चर्चाओं
में
1984
बैच
के
आलोक
प्रसाद।
1985
बैच
के
हितेष
चंद्र
अवस्थी
।
1985
बैच
के
गिरीश
प्रसाद
शर्मा।
1986
बैच
के
प्रमोद
कुमार
तिवारी।
1986
बैच
के
ही
जवाहर
लाल
त्रिपाठी
।
इसी
बैच
के
सुजानवीर
सिंह,
नासिर
कमाल,
महेन्द्र
मोदी
जैसे
दिग्गज
आईपीएस
शामिल
हैं।
इनके
अलावा
दो
कनिष्ठ
आईपीएस
भी
दावेदार
हैं
जिनमें
1987
बैच
के
वीरेन्द्र
कुमार
व
भवेश
कुमार
सिंह
बेहतर
फील्ड
अनुभव
की
वजह
से
चर्चा
में
हैं।
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