यूपी: बाढ़ में डूबने लगे थे अटल बिहारी, लोगों ने इस तरीके से बचाया था उन्हें
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी अपनी खराब तबियत की वजह से इन दिनों एम्स में हैं। अटल जी का यूपी से गहरा रिश्ता रहा है। उनकी पढाई कानपुर के डीएवी कॉलेज से हुई है। वह यूपी की अलग अलग सीटों से कई बार चुनाव भी लड़े हैं। आइए यूपी की बलराम पुर से सीट से जुड़ा एक किस्सा आपको सुनाते हैं।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर संसदीय क्षेत्र को इतिहास के पन्नों में अमर करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके सहयोगी भगवान की तरह पूजते हैं। साल 1957 में बलरामपुर की जनता ने उन्हें बलरामपुर से सांसद बनाकर दिल्ली भेजा था। 1957 से 1967 के दौर को याद कर आज भी उनके सहयोगी खिलखिला उठते हैं। 1967 में जनसंघ से तुलसीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे सुखदेव प्रसाद बताते है कि अटल बिहारी वाजपेयी उनके लिए पूजनीय हैं और वह आज भी उनकी पूजा करते हैं। अटल बिहारी बाजपेयी की तस्वीर को आज भी उन्होंने अपने पूजा स्थल पर सजा रखा है।
टका
नही
था
अटल
के
पास
फिर
भी
बने
सांसद
पूर्व
विधायक
सुखदेव
बताते
हैं
कि
लखनऊ
में
पं0
दीनदयाल
उपाध्याय
ने
संगठन
मंत्रियों
की
मीटिंग
हुई।
मीटिंग
में
सबका
परिचय
हुआ
पर
अटल
बिहारी
वाजपयी
का
किसी
से
भी
परिचय
नहीं
कराया
गया।
जिस
पर
लोगों
ने
सवाल
किया
कि
इनका
परिचय
क्यों
नहीं
हुआ
तो
दीनदयाल
उपाध्याय
ने
अटल
का
परिचय
कराया
और
कहा
कि
इनके
पास
टका
नहीं
कोई
इन्हें
ले
जाये
और
एमपी
बनाकर
लाये।
जिस
पर
संघ
के
विस्तारक
रहे
प्रताप
नरायन
तिवारी
ने
कहा
कि
इन्हें
हमे
दीजिए
हम
इन्हे
सांसद
बनाकर
लायेंगे।
जिसके
बाद
संघ
और
प्रताप
नरायन
व
आम
जनमानस
की
ताकत
से
अटल
जी
बिना
पैसे
ही
बलरामपुर
से
1957
में
सांसद
बने।
जब
जरूरत
पड़ी
तो
जीप
में
लगाया
धक्का
सहयोगी
रहे
व
तुलसीपुर
विधानसभा
क्षेत्र
से
विधायक
रहे
सुखदेव
प्रसाद
अटलजी
के
साथ
किए
गए
चुनाव
प्रचार
को
याद
कर
आज
भी
भावविभोर
हो
उठते
हैं।
वह
बताते
हैं
कि
1957
में
चुनाव
प्रचार
के
लिए
अटलजी
को
स्थानीय
स्तर
पर
एक
एक
जीप
मुहैय्या
कराई
गई
थी।
जीप
की
हालत
यह
थी
कुछ
देर
चलने
के
बाद
रुक
जाती
थी।
अटलजी
खुद
उम्मीदवार
होने
के
बावजूद
अपने
वाहन
में
धक्का
लगाकर
स्टार्ट
करते
थे।
कई
बार
तो
उन्होंने
बैलगाड़ी
से
भी
अपना
चुनाव
प्रचार
किया
था।
इतना
ही
नहीं
एक
बार
मूसलाधार
बारिश
होने
पर
अटलजी
गौरा
चौराहा
से
घोड़ी
से
उतरौला
व
रेहरा
बाजार
में
जनसभा
करने
पहुंचे
थे।
जब
राप्ती
नदी
में
डूबने
लगे
थे
अटल
पूर्व
विधायक
सुखदेव
की
मानें
तो
एक
बार
अटल
बिहारी
वाजपेयी
बाढ़
का
निरीक्षण
करने
जबदही
जबदहा
गांव
गए
हुए
थे
जहां
पानी
अचानक
बढ
जाने
के
कारण
अटल
जी
डूबने
लगे
थे
जिस
पर
उनके
साथ
गए
लोगों
उन्हें
खटिया
पर
लाद
कर
उठा
लिया
और
वापस
सुरक्षित
बलरामपुर
ले
आये।