बेरोजगारी पर वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरा, पूछा- कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था?
बेरोजगारी पर वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरा, पूछा- कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था?
लखनऊ, 28 मई: बेरोजगारी का मुद्दा उठाकर पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर घेरा। वरुण गांधी ने कहा कि 'जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं 'सरकारी आंकड़ों' की ही मानें तो देश में 60 लाख 'स्वीकृत पद' खाली हैं।' आपको बता दें कि किसानों का मुद्दा हो या महंगाई का। बेरोजगारी का मुद्दा हो या फिर पेपर लीक का...वरुण गांधी पिछले कुछ समय से अपनी ही पार्टी को कठघरे में खड़ा करते हुए नजर आ रहे है।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बेरोजगारी का आंकड़ा जारी किया है। आंकड़ा जारी करने के साथ ही वरुण गांधी ने लिखा,
जब बेरोजगारी 3 दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं 'सरकारी आंकड़ों' की ही मानें तो देश में 60 लाख 'स्वीकृत पद' खाली हैं। कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था? यह जानना हर नौजवान का हक है!
यह पहली बार नहीं, जब वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी सरकार को घेरा हो। इससे पहले भी वरुण गांधी बेरोजगारी और पेपर लीक मामले पर अपनी सरकार को घेर चुके है। इससे पहले वरुण गांधी ने एक छात्र की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा था,
जिस पद की आकांक्षा में छात्र खून पसीना एक कर देते है, परिजन अपना सर्वस्व समर्पित कर देते हैं, उसकी यूं खुलेआम बोली लगते देख लाखों मेहनतकश युवाओं का मनोबल टूट रहा है। #UPSI2021 भर्ती में धांधली हुई है, पकड़े गए दर्जनों लोग इसके गवाह हैं। न्याय की गुहार में मैं आप सभी के साथ हूं। ऐसी धांधलियों से वर्षों तक अपना पेट काट कर बच्चों को पढ़ाने वाले माता-पिता की कुर्बानियों का भी अपमान होता है। आशा करता हूं की सरकार छात्रों की मांग को मानेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो इसके लिए कठोर कदम भी उठाएगी।
आपको बता दें कि भाजपा सांसद वरुण गांधी रिक्त पदों और लीक होते पेपर पर ट्वीट कर रहे है। इससे पहले भी सांसद वरुण गांधी ने रिक्त पदों पर भर्ती ना आने का मुद्दा ट्विटर के जरिए उठाया था और पेपर लीक होने के मामलों का जिम्मेदार शिक्षा माफिया को भी बताया था। वरुण गांधी बीते कुछ दिनों से लगातार अपनी ही सरकार की नीतियों के खिलाफ ट्विटर के जरिए बागी तेवर दिखाते नजर आ रहे हैं।