बाढ़ की वजह से डूबे काशी के घाट, अंतिम संस्कार के लिए बन रही है वेटिंग लिस्ट
वाराणसी। उत्तर प्रदेश काशी में भारी बारिश के कारण गंगा के जल स्तर में लगा तार वृद्धि हो रही है। गंगा घाट के किनारे बने मंदिर डूब गए हैं, तो वहीं महाश्मशान पर शवों के अंतिम संस्कार के लोगों को अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ रहा है। यही नहीं गंगा के पलट प्रवाह से अब वरुणा में भी उफान आ गया है। वहीं, जिला प्रशासन ने भी गंगा घाटों में बोटिंग में प्रतिबंध लगा दिया है।
वाराणसी में गंगा का जलस्तर 65.78 मीटर दर्ज किया गया है। जिसके बाद प्रशासन ने अर्लट जारी कर दिया है। गंगा में जल स्तर बढ़ने से घाटों के किनारे बसे लोगों को हटाया जा रहा है। वहीं, किसानों की फसल भी नष्ट हो चुकी है। वाराणसी में भी गंगा के बढ़ते जल स्तर के कारण कई मंदिर और घाट गंगा में समा चुके है। वहीं, काशी के मणिकर्णिका घाट पर आने वाले लाशों को भी अपनी मोक्ष के लिए बारी का इंतजार करना पड़ रहा है।
यही नहीं श्मशान पर पानी भर जाने के कारण यहां आने वाले शवयात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां लाशें श्मशान के ऊपरी हिस्से में जलाई जा रही है, तो वही घाटों पर बनी धर्मशाला बाढ़ के कारण बन्द हो चुकी है।