Uttar Pradesh by-elections Results 2022: मैनपुरी-रामपुर-खतौली में पिछड़ रही BJP, दौड़ रही साइकिल
उत्तर प्रदेश में रामपुर और मैनपुरी में सपा के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। मैनपुरी में डिंपल यादव ने अपने नजदीकी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य पर अच्छी खासी बढ़त बना ली है।
Uttar Pradesh by-elections Results 2022: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी-रामपुर और खतौली में हुए उपचुनाव की मतगणना आज चल रही है। मतगणना के रुझानों की माने तो सपा तीनों सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों से अच्छी खासी बढ़त बनाए हुए हैं। मैनपुरी का चुनाव अखिलेश के लिए जहां प्रतिष्ठा का सवाल था वहीं रामपुर सदर सीट पर आजम की साख दांव पर लगी है। मैनपुरी में सपा की उम्मीदवार डिंपल यादव ने बीजेपी के उम्मीदवार के खिलाफ एक निर्णायक बढ़त बना ली है।
अखिलेश-आजम के लिए अहम हैं ये उपचुनाव
यह चुनाव आजम-शिवपाल के साथ ही अखिलेश के लिए भी काफी अहम है। इन तीनों सीटों पर यदि सपा जीत जाती है तो कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा होगा वहीं दूसरी ओर 2024 में होने वाले आम चुनाव से पहले एक बूस्टअप का काम करेगा। हालांकि अभी अंतिम परिणाम आना बाकी है लेकिन तीनों सीटों पर सपा के प्रत्याशी जिस तरह से आगे चल रहे हैं उसे पूरा करना बीजेपी के लिए आसान काम नहीं होगा। बीजेपी इस बार मैनपुरी में कमल खिलाने का दावा ठोक रही थी लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिरने की संभावना बन गई है।
डिंपल की मिली भारी बढ़त
समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव वर्तमान में मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में कुल 1,35,521 मतों (64.84%) के साथ 71 हजार मतों से आगे चल रही हैं। मुहम्मद आजम खान के रामपुर सीट पर उनके करीबी सहयोगी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार असीम राजा बीजेपी उम्मीदवार आकाश सक्सेना से पांच हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश के खतौली विधानसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय लोक दल के उम्मीदवार मदन भैया वर्तमान में 6 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।
पांच दिसम्बर को हुए थे चुनाव
मैनपुरी लोकसभा सीट और पांच राज्यों की छह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान हुए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह आठ बजे शुरू हुई। गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ आज नतीजे घोषित किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश में रामपुर सदर और खतौली, ओडिशा में पदमपुर, राजस्थान में सरदारशहर, बिहार में कुरहानी और छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां 5 दिसंबर को उपचुनाव हुए थे।
मुलायम के निधन से खाली हुई थी मैनपुरी
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुए मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में 54.37 प्रतिशत मतदान हुआ। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या सपा उस सीट को बरकरार रख पाएगी जिसे मुलायम ने 1996 से अब तक पांच बार जीता है, जिसमें 2019 का लोकसभा चुनाव भी शामिल है. बीजेपी की जीत विपक्षी दल के लिए एक बड़ा झटका होगी, जिसने कुछ महीने पहले अपना गढ़ आजमगढ़ खो दिया था।