गोरखनाथ मंदिर हमला: पुलिस का खुलासा-आरोपी जाकिर नाइक के वीडियो देखता था
लखनऊ, 05 अप्रैल: उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि रविवार को गोरखनाथ मंदिर के बाहर दो पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाला व्यक्ति इंटरनेट पर विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नायक का वीडियो देखता था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, इस घटना को लेकर कुछ भी नकारा नहीं जा सकता। न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद उसे पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। हर जगह धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाई जा रही है।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक अवस्थी ने कहा कि, मामले को आतंकवाद निरोधी दस्ते को स्थानांतरित कर दिया गया है, जिसे विशेष कार्य बल द्वारा सौंपा जा रहा है। टीम आरोपी के लैपटॉप और मोबाइल फोन की जांच कर रही है। एटीएस की टीम उन इलाकों का दौरा करेगी जहां इसकी जरूरत है। टीम पहले ही कई जगहों पर जा चुकी है। अवस्थी ने कहा हमारे बाहरी रिंग (सुरक्षा के) ने हमले को रोक दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर जाने से पहले सोमवार को स्थिति की समीक्षा की। यूपी के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर रविवार को केमिकल इंजीनियर अहमद मुर्तजा अब्बासी ने हमला कर दिया था। घटना के एक वीडियो में आरोपी सुरक्षाकर्मियों का धारदार हथियार से पीछा करता दिख रहा है। इस घटना में उत्तर प्रदेश प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी के दो जवान घायल हो गए थे।
उत्तर प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने सोमवार को एक बयान में कहा कि गोरखनाथ मंदिर की घटना एक "गंभीर साजिश" का हिस्सा थी और उपलब्ध सबूतों के आधार पर हमले को "आतंकवादी" घटना कहा जा सकता है। बयान में कहा गया है, "हमलावर आतंकी कृत्य को अंजाम देने के लिए मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश कर रहा था, जिसे बहादुर पीएसी और पुलिस कर्मियों ने नाकाम कर दिया।
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गोरखपुर के सिविल लाइंस इलाके के रहने वाले अब्बासी ने 2015 में आईआईटी-मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग पूरी की थी। इसके बाद उसने दो प्रमुख कंपनियों के साथ काम किया। उनके परिवार ने दावा किया कि अब्बासी 2017 से मानसिक तौर पर अस्वस्थ्य है। उनका कई डॉक्टरों से इलाज भी हुआ है।