लखनऊ की कैंट सीट भाजपा के लिए बनी मुसीबत, मौजूदा भाजपा विधायक ने अपर्णा यादव को दी ये चुनौती
लखनऊ, 25 जनवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में टिकटों के बंटवारें को लेकर हर पार्टी में घमासान मचा हुआ है। अपनी मनपसंद सीट पाने के लिए नेता अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। वहीं इस सबके बीच लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट जो कि भाजपा की हॉट सीट रही है उसने भाजपा की मुश्किल बढ़ा दी है। कैंट सीट पर पहले ही भाजपा के मौजूदा कई वीआईपी नेता की निगाहें लगी थी वहीं मुलायम सिंह की बहू अर्पणा यादव के भाजपा ज्वाइन करने के बाद इस सीट पर एक और दावेदार बढ़ गया है। वहीं अब कैंट विधानसभा सीट के मौजूदा भाजपा विधायक सुरेश चंद्र तिवारी ने अपर्णा यादव को टिकट को लेकर चुनौती दे डाली है।
कैंट भाजपा विधायक ने अपर्णा यादव को दी ये चुनौती
भाजपा विधायक सुरेश चंद्र तिवारी जो कि पिछली बार कैंट विधानसभा सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में विधायक चुने गए। वो स्वयं को शुरूआत से इस सीट के भाजपा उम्मीदवार मान रहे हैं और चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वहीं उन्होंने अपर्णा यादव को चुनौती दी है कि कैंट विधानसभा सीट से चुनाव तो वो ही लड़ेगे। उनको ही भाजपा से टिकट मिलेगा।विधायक तिवारी ने ये तक कहा कि आपर्णा यादव इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी।
अपर्णा यादव बनी भाजपा महिला स्टार प्रचारक
गौरतलब है कैंट विधानसभा सीट से समाजवादी से टिकट ना मिलने से नाराज होकर मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने पिछले दिनों भाजपा ज्वाइन कर ली है और वो भाजपा की महिला स्टार प्रचारक का चेहरा बन चुकी हैं।
अपर्णा यादव का कैंट विधानसभा सीट से है ये नाता
अपर्णा यादव 2017 के चुनाव में सपा के टिकट पर लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ी थी लेकिन भाजपा उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थीं और जब रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद से सांसद बन गई तब उप चुनाव हुए जिसमें अपर्णा यादव दोबारा सपा के टिकट पर चुनाव लड़ी और सुरेश चंद्र तिवारी से चुनाव हार गई लेकिन वो कैंट क्षेत्र में पिछले पांच सालों समाजसेविका के रूप में समाजसेवा करती आईं हैं।
भाजपा सूत्रों ने किया ये दावा
हालांकि भाजपा ज्वाइन करने के बाद वो चुनाव लड़ेंगी या नहीं इसके बारे में कोई भी बयान नहीं दिया है। लेकिन भाजपा सूत्रों का कहना है कि भाजपा कैंट सीट से अपर्णा यादव को टिकट देगी। जिसके कारण मौजूदा विधायक तिवारी ये बयानबाजी कर रहे हैं। ये भी बता दें अपर्णा बिष्ट यादव सीएम योगी आदित्यनाथ की बड़ी प्रशंसक रही हैं और सपा में रहते हुए समय-समय पर योगी सरकार की तारीफ करती आई हैं।
सुरेश चंद्र तिवारी का लखनऊ कैंट सीट पर रहा है वर्चस्व
गौरतलब है कि सुरेश चंद्र तिवारी लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं। 1996 से 2007 तक वो लगातार चुनाव लड़े और विधायक चुने गए लेकिन 2012 में कांग्रेस उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी से हार गए थे। इसके बाद से रीता बहुगुणा जोशी भाजपा में शामिल हो गई तो 2017 के विधानसभा चुपाव में सुरेश चंद्र तिवारी के बजाय जोशी को भाजपा से टिकट दिया गया और उन्होंने जीत हासिल की। 2019 में जब इलाहाबाद से चुनाव जीत कर सांसद बनी तो उप चुनाव में भाजपा के टिकट पर तिवारी ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी और इस बार भी इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे के लिए चाहती हैं टिकट
लखनऊ कैंट विधान सभा सीट पर सांसद रीता बहुगुणा जोशी की भी निगाह है वो इस सीट से अपने बेटे को चुनाव लड़वाना चाहती हैं और इसके लिए वो भाजपा आलाकमान को पत्र भी लिख चुकी है। उन्होंने ये भी कहा है कि परिवारवाद का आरोप ना लगे इसके लिए वो राजनीति से सन्यास भी ले सकती हैं। वो हर हाल में अपने बेटे को कैंट जैसी जिताऊ विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाना चाहती हैं।
जल्द भाजपा करेगी कैंट सीट के उम्मीदवार की घोषणा
ऐसे में राजधानी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट को लेकर भाजपा में अंर्तकलह जारी है। हालांकि सूत्रों के अनुसार एक दो दिनों में भाजपा कैंट विधानसभा सीट के उम्मीदवार की घोषणा कर देगी। ऐसे में ये देखना रोचक होगा कि इन वीआईपी भाजपा नेताओं में जिनको निराशा मिलेगी उनकी नाराजगी के बाद अगला कदम क्या होगा?