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UP Assembly Election 2022: योगी का मेगा प्लान! आरपीएन बनाम स्वामी, अब पडरौना की सीट पर होगी कांटे की टक्कर

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लखनऊ, 25 जनवरी। यूपी चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को करारा झटका लगा है। आज पार्टी के कद्दावर नेता रहे आरपीएन सिंह ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में आरपीएन सिंह ने बीजेपी की सदस्यता हासिल की। कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें बीजेपी पडरौना सीट से प्रत्याशी बना सकती है।

पडरौना सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा

पडरौना सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा

आरपीएन सिंह का कांग्रेस छोड़ना जहां पार्टी के लिए करारा झटका है, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने उनके जरिए भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को भी घेरने की कोशिश की है और राजनीतिक के पुरोधाओं का मानना है कि अब पडरौना सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा।

पडरौना विधानसभा से जुड़ी और भी हैं खास बातें

 योगी का मेगा प्लान!

योगी का मेगा प्लान!

इसमें कोई शक नहीं चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य का बीजेपी छोड़कर साइकिल पर सवार होने से भाजपा के अंदर खलबली तो मच गई थी लेकिन अब जिस तरह से आरपीएन सिंह की बीजेपी में एंट्री हुई है, उससे अब पार्टी का मेगाप्लान लोगों को समझ में आ रहा है।

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पडरौना के स्वामी हैं मौर्या

पडरौना के स्वामी हैं मौर्या

स्वामी प्रसाद मौर्य, पडरौना सीट पर तीन पर विजय पताका फहरा चुके हैं। कभी बसपा सुप्रीमो मायावती के बेहद अजीज रहे स्वामी ने 2009, 2012 और 2017 में यहां से जीत हासिल की है। हालांकि साल 2017 में वो भाजपा के टिकट पर यहां से जीते थे।

जानिए बतौर विधायक स्वामी प्रसाद मौर्या की रेटिंग

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 आरपीएन सिंह का पडरौना से रिश्ता

आरपीएन सिंह का पडरौना से रिश्ता

अगर आरपीएन सिंह की बात करें तो वो 1996, 2002 और 2007 में लगातार तीन बार पडरौना से विधायक रहे हैं और साल 2009 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन ने कुशीनगर सीट पर स्वामी प्रसाद मौर्य को 21 हजार से ज्यादा वोटों से पराजित किया था। दोनों के आंकड़े काफी रोचक हैं और इसलिए कहा जा रहा है कि दोनों के बीच अब पडरौना की लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है।

क्या कहता है समीकरण?

क्या कहता है समीकरण?

यूपी के चुनाव में जातीय समीकरण काफी मायने रखते हैं , अगर बात की जाए पडरौना विधानसभा सीट की, तो Census 2011 के आंकड़ों के मुताबिक कुशीनगर जिले कुशीनगर जिले की कुल जनसंख्या 3,564,544 है। हिंदू धर्म कुशीनगर की आबादी का 82.16% है। कुशीनगर राज्य में मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं जो कुल आबादी का 17.40% है और यहां की पडरौना विधानसभा सीट पर 70.02% हिंदू और 29.38% मुस्लिम आबादी है, जबकि आरपीएन सिंह की बिरादरी यानी सैंथवार 46 हजार और स्वामी प्रसाद मौर्य की कुशवाहा जाति के वोटर लगभग 44 हजार है। ऐसे में अब पडरोना से अगर दोनों लोग खड़े होते हैं तो इसमें कोई शक नहीं कि चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प होगा।

English summary
Ahead of Uttar Pradesh Elections 2022, RPN Singh joins BJP.RPN Singh to contest against Swami Prasad Maurya in Padrauna?
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