सीएम योगी ने ले ही लिया वो फैसला, जिसका सबको था इंतजार
अधिकारियों को खास तौर से निर्देश जारी करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब घर बनाने के लिए जो नक्शा हो उसे तभी पास किया जाए जब घर में वर्षा के जल संरक्षण की सुविधा मौजूद हो।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के साथ ही एक के बाद एक अपने फैसलों से लोगों को चौंका दिया है। इस बीच योगी सरकार ने जल संरक्षण को खास तवज्जो देते हुए बड़ा फैसला लिया है। गिरते जल स्तर को लेकर काफी समय से इस मुद्दे पर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही थी। आखिरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर अहम फैसला लिया है।
जल संरक्षण को लेकर सीएम योगी का खास निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा के उत्तर प्रदेश में उन्हें ही घर बनाने के लिए आदेश दिया जाएगा जिनके घर में बारिश के पानी का संरक्षण करने की सुविधा होगी। इस फैसले में साफ तौर से कहा गया है कि यूपी के किसी भी जिले में घर बनाने के लिए बारिश के जल का संरक्षण करने की व्यवस्था करना जरूरी होगा।
शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों से की चर्चा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहरी विकास मंत्रालय के प्रेजेंटेशन के दौरान इस बात की चर्चा की। उन्होंने मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों को खास तौर से निर्देश जारी करते हुए कहा कि अब घर बनाने के लिए जो नक्शा हो उसे तभी पास किया जाए जब घर में वर्षा के जल संरक्षण की सुविधा मौजूद हो।
नया घर बनाने के लिए खास शर्त
योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के पीछे अहम वजह भू-जल स्तर में गिरावट को माना जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि जल संरक्षण के जरिए जल संकट से निपटा जा सकता है। बारिश के जल का संरक्षण करने से भू-जल संरक्षण में फायदा होगा। जिससे पानी की कमी झेल रहे लोगों को इसका फायदा मिलेगा।
पानी की किल्लत से निपटने के लिए लिया फैसला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का पूरा जोर इसी बात पर है कि लोग पीने के पानी को लेकर कभी परेशान नहीं हो। उन्हें पानी की किल्लत से बचाने के लिए फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जरुरतमंद लोगों तक सरकार के स्कीम का फायदा मिले।
योगी आदित्यनाथ ने कहा- पीने के पानी की हो समुचित व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान अधिकारियों को खास तौर से निर्देश दिया कि पीने के पानी की कमी कहीं भी नहीं होनी चाहिए। जरूरी स्थानों पर जरुरत के मुताबिक कदम उठाए जाएं। जहां जरूरत हो वहां हैंडपंप लगाए जाएं। जरूरत के मुताबिक बोरिंग की भी सुविधा मुहैया कराई जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मथुरा और वृंदावन को आगरा जल आपूर्ति योजना से निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।