यूपी: सैकड़ों वोटर्स बूथ पर जाकर भी प्रत्याशी को नहीं दे पाए वोट, बड़ी गड़बड़ी
चुनाव आयोग की इतनी बड़ी लापरवाही के चलते इस संबंध में जनपद के विभिन्न मतदान स्थलों पर मतदाता और मतदान कर्मियों के बीच नोक-झोक हुई। लेकिन, सुरक्षाबलों के बीच-बचाव के बाद मामला रफा-दफा कर दिया गया।
उन्नाव। लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व में हिस्सेदारी करने गए मतदाताओं को उस समय निराशा हाथ लगी, जब यूपी विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में अपने नाम के ऊपर उन्हें विलोपित की मोहर लगी दिखी और कईयों के नाम ही शामिल नहीं थे। जिस से आम मतदाताओं को निराशा हाथ लगी और वे अपने पसंदीदा प्रत्याशी को वोट देने से वंचित रह गए। ये भी पढ़ें: तीन चरण के बाद कौन कितने पानी में, पूर्ण बहुमत के दावे की हकीकत
बिना वोट डाले ही वापस जाना पड़ा मतदाताओं को
मिली जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग की इतनी बड़ी लापरवाही के चलते इस संबंध में जनपद के विभिन्न मतदान स्थलों पर मतदाता और मतदान कर्मियों के बीच नोक-झोक हुई। लेकिन, सुरक्षाबलों के बीच-बचाव के बाद मामला रफा-दफा कर दिया गया और मतदाता बिना मतदान के वापस ही आ गए। मतदाताओं का कहना था कि बीएलओ के एक जगह बैठ कर मतदान सूची में संशोधन करके घोर अनियमितताएं बढ़ती है।
मतदान न कर पाने पर मतदाताओं में रोष
कई मतदाताओं ने बताया कि उनका नाम वोटर लिस्ट में कई जगह लिखा हुआ है। मतदान सूची संशोधन में बरती गई अनियमितता के प्रति जिला प्रशासन ने भी सजगता नहीं दिखाई। बसपा के बूथ एजेंट रामपाल ने बताया कि पूरन नगर स्थित मतदान स्थल एसवीएम इंटर कॉलेज से ही लगभग 400 से अधिक मतदाताओं नाम के ऊपर विलोपित की मोहर लगा दी गई है।
वोटरों ने कहा, हमने नहीं दिया अपना वोट
वहीं, अनियमितताओं का जिक्र करते हुए बताया कि मतदान करने आए कई मतदाताओं का मत पहले ही डाला जा चुका था। जबकि मतदाता ने कहा कि उसने अभी मत नहीं दिया है। ऐसे में पोलिंग एजेंट के कहने पर भी मतदाता को मतदान करने नहीं दिया गया। रामपाल आनंद ने बताया कि बीएलओ के द्वारा किया गया सर्वे सही नहीं है। वार्ड नंबर 14 के बसपा सेक्टर अध्यक्ष रामपाल ने बताया कि वोटर मतदाता सूची में अनियमितताओं का कारण एक जगह बैठ कर मतदाता सूची में संशोधन करना है। उन्होंने बताया कि बंधुहार मोहल्ला के भाग संख्या 175 में 108, 176 में 48 पूरन नगर मोहल्ला के भाग संख्या 197 में 100, 196 में 22, नरेंद्र नगर व दरियाई खेड़ा मोहल्ले भाग संख्या 195 में 48 मतदाताओं के नाम विलोपित हैं।
मतदाता पहचान पत्र होने के बाद भी नहींं कर पाए मतदान
वहीं, पूरन नगर निवासी गंगाराम के पुत्र जोधाराम ने बताया कि वह और उसकी पत्नी मायाो देवी मतदाता पहचान पत्र होने के बाद भी मतदान नहीं कर पाए। मतदान कर्मियों ने बताया कि माया देवी का नाम विलोपित है। उनके नाम के ऊपर विलोपित की मोहर लगी है। जबकि गंगाराम का नाम मतदाता सूची में नहीं था।
जल्दबाजी ने बिगाड़ा मतदाता सूची का सारा काम
इसी लापरवाही के चलते संतोष कुमार की पत्नी रचना, राधेलाल पुत्र विश्वनाथ, राधेलाल की पत्नी कृष्ण सरोज और उनके पिता अर्जुन प्रसाद सरोज का नाम भी मतदाता सूची में नहीं था। रामपाल आनंद ने बताया कि मतदाता सूची में अनियमितता का मुख्य कारण बीएलओ और फील्डिंग के लिए लगाए गए अनट्रेंड ऑपरेटर हैं। जिन्होंने जल्द-बाजी में काम करके खानापूर्ती का प्रयास किया है।
मतदाता सूची पर सवालिया निशान
पूरन नगर निवासी संतोश वर्मा ने कहा कि मतदाता सूची में आ रही अनियमितताओं से मतदान पर ही प्रश्नचिन्ह लग जाता है। एक तरफ प्रशासन शत-प्रतिशत मतदान के लिए बड़े पैमाने पर जन जागरुकता अभियान चलाती है। दूसरी तरफ मतदाता सूची ही पूरी नहीं बन पाई है। उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मतदान करने वाले मतदाताओं के नाम भी मतदाता सूची में शामिल नहीं हैं। वहीं, कई मतदाताओं के नाम अलग-अलग भाग संख्या वाले सूचियों में शामिल है। एक-एक घर में एक ही नाम की कई पर्चियां दे दी गई हैं। ऐसे में मतदान सूची पर भी सवालिया निशान खड़ा होता है। ये भी पढ़ें:सपा-कांग्रेस गठबंधन में अब शिवपाल ने फंसाया नया पेंच