इस दांव से मोदी को चारों खाने चित करना चाह रही है कांग्रेस, क्या मिलेगी कामयाबी?
कांग्रेस की ओर से 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एक महागठबंधन तैयार करने की पहल शुरू की गई है। जिससे मोदी के नेतृत्व में मजबूती से आगे बढ़ रही भारतीय जनता पार्टी को रोका जा सके।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बंपर जीत के बाद कांग्रेस समेत दूसरे दलों के माथे पर शिकन दिखने लगी है। सभी परेशान हैं कि आखिर अजेय बनती दिख रही बीजेपी को रोका कैसे जाए? इसी रणनीति को पूरा करने के लिए कांग्रेस ने महागठबंधन का दांव चला है।
कांग्रेस बना रही महागठबंधन का प्लान
कांग्रेस की ओर से 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एक महागठबंधन तैयार करने की पहल शुरू की गई है। जिससे मोदी के नेतृत्व में मजबूती से आगे बढ़ रही भारतीय जनता पार्टी को रोका जा सके। कांग्रेस की ओर से इस बात के साफ संकेत मिले हैं का पार्टी लगातार महागठबंधन की रणनीति पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि 2019 के आम चुनाव से पहले, अगले साल तक ये महागठबंधन सामने आएगा।
यूपी में बीजेपी की बंपर जीत से विरोधी दल परेशान
यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया था। हालांकि बहुजन समाज पार्टी इससे अलग रही। यूपी चुनाव के नतीजों के बाद जेडीयू और राष्ट्रीय लोकदल की ओर से जो प्रतिक्रिया आई है उसके मुताबिक अगर यूपी में कांग्रेस-सपा गठबंधन में बसपा भी शामिल होती तो बीजेपी की जीत कभी नहीं होती। उनका कहना था कि कांग्रेस को अपना फायदा नजर आ रहा था इसलिए सपा से उन्होंने गठबंधन किया। हालांकि इससे उन्हें भी फायदा नहीं मिल सका। यही वजह से कांग्रेस-सपा गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी।
कांग्रेस के साथ जेडीयू भी महागठबंधन बनाने के पक्ष में
जेडीयू की रणनीति पर गौर करें तो उन्हें लगता है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक गठबंधन तैयार किया जा सकता है। जो नरेंद्र मोदी और मोदी को रोकने में कामयाब हो सकता है। माना जा रहा है कि सीपीएम भी ऐसे गठबंधन को लेकर रणनीति बनाता नजर आ रहा है। यूपी विधानसभा चुनाव बीजेपी ने लगभग तीन चौथाई बहुमत हासिल किया।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन बनने के आसार
यूपी की 403 विधानसभा सीटों में इतना बड़ा बहुमत मिलना बहुत ही निर्णायक है। यूपी की 80 लोकसभा सीटों में 73 बीजेपी के पास है। यूपी में सपा दूसरे और बसपा तीसरे स्थान पर है। जिस तरह से इस बार के चुनाव में वोट शेयर देखने को मिला है, उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगर सपा-बसपा और कांग्रेस का महागठबंधन हुआ होता तो नतीजे कुछ और ही होते।
मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस बना रही रणनीति
महागठबंधन की सफलता के कयास इसलिए भी सफल नजर आ रहे हैं क्योंकि बिहार में कांग्रेस-जेडीयू और आरजेडी ने महागठबंधन किया और उन्हें इस मुकाबले में जीत हासिल हुई। हालांकि यूपी में महागठबंधन नहीं हो सका, जिसका असर नतीजों पर साफ तौर से दिखाई दिया। फिलहाल कांग्रेस की ओर से महागठबंधन की ओर से साफ किया गया कि पार्टी इसको लेकर गंभीरता से विचार कर रही है। कांग्रेस महासचिव सीपी जोशी ने कहा कि हम मोदी को रोकने की हरसंभव कोशिश करेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कड़ी टक्कर दी जाए इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है।
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