होमवर्क पूरा ना करने पर टीचर ने बच्चे को दी ये सजा जानकर कांप जाएगी रूह, परिजनों ने कार्रवाई के लिए लगाई गुहार
मिर्जापुर। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक रोती हुई बच्ची का वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो में बच्ची को जबरन पढ़ने के लिये एक महिला उसे मजबूर कर रही थी। हालांकि वो बच्ची एक बड़े घर की बेटी थी। जाने अनजाने देश के बड़े बड़े लोगों ने उस मुद्दे पर ट्ववीट भी किया था। उस घटना में एक चीज जो सामने निकल आई वो ये की लोग अपनी परेशानी का टोकरा बच्चों के माथे पर फोड़ने लगे हैं।
होमवर्क पूरा ना करने पर टीचर ने बच्चे को दी ऐसी खौफनाक सजा
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से ठिक इसी से संबंधित एक मामला सामने आया है। मिर्जापुर स्थित स्कूल में एक बच्चे द्वारा होमवर्क पूरा न करने पर एक शिक्षिका हैवान बन गई। शिक्षिका ने एक छात्र को इतनी बुरी तरह से पीटा की उसका हाथ तक टूट गया।
मिर्जापुर जिले के पहाड़ी ब्लाक के चपगहना निवासी राजन का पुत्र अर्जुन प्राइमरी स्कूल में कक्षा पांच का छात्र है। परिजनो को आरोप है कि वह 16 अगस्त को पढ़ने गया था। बच्चे का होमवर्क पूरा न होने पर प्रधानाध्यापिका ने डंडे से उसे बहुत मारा। जिसकी वजह से बच्चे के बाएं हाथ में गंभीर चोट आई थी। बच्चे के हाथ में दर्द ज्यादा होने पर जब 17 अगस्त को जिला अस्पताल में एक्सरे करवाया गया तो पता चला कि बच्चे का हाथ टूटा है। जिसके बाद बच्चे के हाथ पर प्लास्टर चढ़ाया गया है।
डीएम से लगाई गुहार
बच्चे के परिजन प्लास्टर करवाने के बाद बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां मामले में अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अधिकारियों के यहां शिकायत दर्ज करवाया। पीड़ित बच्चे का कहना है कि होमवर्क नहीं करने पर उसे मारा गया है। डीएम ने परिजनों को आश्वासन देकर बेसिक शिक्षाअधिकारी को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बीएसए ने कहा जांच कर होगी कार्रवाई
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी का कहना है कि इसकी शिकायत उनके पास आई है। किसी बच्चे को पीटने का अधिकार अध्यापक को नहीं है। इसकी जांच करवा कर दोषी होने पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। इन आरोपों में सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। जबकि प्रधानाध्यापिका का कहना है कि छात्र गिरकर घायल हुआ है।
पिछले कुछ सालों में इस प्रकार की घटनाओं में उछाल देखने को मिला है। कुछ महीने पहले गुरुग्राम के स्कूल में एक बच्चे की निर्दयता से हत्या कर दी गई थी। वहीं दूसरी ओर मासूम बच्चियों के साथ गलत तरीके से उन्हें छूने जैसी घटनाओं का सामने आना भी बेहद निंदनीय है।