इलाहाबाद में शुरू हुई विधायकों-सांसदों के लिए स्पेशल कोर्ट, राजा भैया से लेकर अतीक तक हर किसी के मुकदमे की सुनवाई
इलाहाबाद। आखिरकार उत्तर प्रदेश में सांसद विधायक पर चल रहे आपराधिक मुकदमों की सुनवाई के लिए विशेष अदालत की शुरुआत कर दी गई है। इस विशेष अदालत का गठन इलाहाबाद जिला कचहरी के एक हिस्से में किया गया है और अब पूरे उत्तर प्रदेश के माननीयों पर चल रहे आपराधिक मुकदमों की सुनवाई यहीं पर होगी। यानी बाहुबली राजा भैया हो या अतीक अहमद, आजम खान से लेकर विजय मिश्रा तक के मामले की सुनवाई अब इसी कोर्ट में होगी। यह विशेष अदालत 23 अगस्त से मुकदमों की सुनवाई शुरू करेगी और इसके जज एचजेएस अफसर पवन कुमार तिवारी नियुक्त किये गये हैं। उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार है जब माननीयों पर चल रहे मुकदमों के लिए विशेष कोर्ट का गठन किया गया है। इससे ना सिर्फ तेजी के साथ माननीयों पर चल रहे मुकदमे पर सुनवाई पूरी हो सकेगी। बल्कि अपराध में संलिप्त रहने वाले माननीय के दोषी होने पर सजा सुनाए जाने के बाद उनके चुनाव लड़ने की योग्यता भी समाप्त कर दी जाएगी।
एक
जगह
होगी
सुनवाई
दरअसल,
अभी
तक
आम
मुकदमों
की
तरह
माननीयों
के
भी
मुकदमे
प्रदेश
की
अलग-अलग
अदालतों
में
लंबित
हैं।
लेकिन,
इस
विशेष
अदालत
से
इस
पूरे
सिस्टम
को
ही
बदल
दिया
जा
रहा
है
और
सारे
माननीयों
के
मुकदमें
एक
ही
जगह
एकत्रित
कर
उनकी
सुनवाई
की
जाएगी।
यानी
इलाहाबाद
में
बनाई
गई
विशेष
अदालत
में
अब
उत्तर
प्रदेश
के
हर
माननीय
के
सभी
मुकदमों
की
सुनवाई
यही
होगी।
सूबे
के
किसी
भी
जिले
में
चल
रहे
सभी
मुकदमो
को
इलाहाबाद
ट्रांसफर
कर
दिया
जाएगा।
इसके
लिए
इलाहाबाद
हाईकोर्ट
ने
पहले
ही
अधिसूचना
जारी
कर
दी
थी
और
सब
कुछ
एक
प्लान
के
अनुसार
किया
जा
रहा
था।
पिछले
दिनों
ही
सभी
जिला
अदालतों
को
माननीय
की
फाइल
ट्रांसफर
करने
की
भी
अधिसूचना
जारी
कर
दी
गई
थी।
अब
उसी
क्रम
में
23
अगस्त
से
इस
विशेष
अदालत
का
कार्य
शुरु
हो
जाएगा।
बढ़ेगी
कचहरी
की
सुरक्षा
इलाहाबाद
हाईकोर्ट
ने
29
जून
2018
को
एक
याचिका
निस्तारित
करते
हुए
माननीयों
के
मुकदमों
के
जल्द
निस्तारण
के
लिए
विशेष
अदालत
के
गठन
का
नोटिफिकेशन
जारी
किया
था।
हालांकि
इस
विशेष
अदालत
के
गठन
को
लेकर
सुप्रीम
कोर्ट
ने
निर्देशित
किया
था।
सर्वोच्च
न्यायालय
ने
जनप्रतिनिधियों
के
खिलाफ
दर्ज
आपराधिक
मामलों
को
समयबद्ध
तरीके
से
निस्तारित
करने
के
लिए
सभी
राज्यों
को
निर्देश
दिया
था।
जिसके
क्रम
में
ही
इलाहाबाद
की
जिला
कचहरी
में
प्रदेश
के
सभी
माननीयों
के
मुकदमों
के
लिए
अदालत
शुरू
की
गई
है।
आपराधिक
मुकदमों
से
संबंधित
सभी
फाइलें
तलब
की
गयी
हैं।
अभी
सभी
फाइलें
तो
इलाहाबाद
नहीं
पहुंच
सकी
हैं
लेकिन
उन्हें
इलाहाबाद
ट्रांसफर
करने
का
क्रम
जारी
है
और
जो
फाइलें
पहुंच
चुकी
हैं
उनकी
सुनवाई
कल
से
यानी
23
अगस्त
से
शुरू
की
जाएगी।
जानकार
के
अनुसार
यूपी
में
माननीयों
के
मुकदमों
की
संख्या
2700
से
ऊपर
है।
इनके
मुकदमों
की
सुनवाई
होने
पर
इनकी
उपस्थिति
भी
जरूरी
होगी।
ऐसे
में
अब
इलाहाबाद
जिला
कचहरी
की
सुरक्षा
बहुत
अधिक
कड़ी
की
जाएगी।
कौन
है
विशेष
अदालत
के
पहले
जज
जानकारी
देते
हुये
जिला
जज
एके
ओझा
ने
बताया
कि
नवगठित
स्पेशल
कोर्ट
के
पहले
जज
पवन
कुमार
तिवारी
हैं।
उन्हे
इसका
कार्यभार
सौंप
दिया
गया
है।
विशेष
अदालत
के
जज
पवन
कुमार
तिवारी
उत्तर
प्रदेश
के
संत
रविदासनगर
(भदोही)
के
रहने
वाले
हैं।
यह
गाजियाबाद
में
सीबीआई
कोर्ट
के
विशेष
न्यायाधीश
रह
चुके
हैं।
उन्होंने
ही
निठारी
कांड,
एनएचआरएम
घोटाले
के
मामलों
में
फैसला
दिया
है।