'जेल के ताले टूट गए गुलशन भइया छूट गए' जैसे नारों की गूंज के साथ बाहर आया राजा भइया का खास
प्रतापगढ़। कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के करीबी गुलशन यादव को जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने बरी कर दिया है। गुलशन यादव पिछले 4 साल से जेल में बंद था और यह वही शख्स हैं जिन्हे चंद रोज पहले हथियार बंद लोगों ने उस समय पुलिस सुरक्षा तोड़कर भगाने का प्रयास किया था जब उसे पेशी के लिए अदालत ले जाया जा रहा था। वहीं, गुलशन यादव को अदालत से बरी किए जाने पर सैकड़ों की संख्या में समर्थक सड़क पर उतर आए और 'जेल के ताले टूट गए गुलशन भइया छूट गए' जैसे नारों से आसमान तक गूंज उठा। जुलूस के चलते सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई और लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ी। लेकिन, इन्हें रोकने के लिए पुलिस नजर नहीं आई।
कौन है गुलशन
प्रतापगढ़ के कुंडा के रहने वाले गुलशन यादव को नाम और पहचान बाहुबली राजा भैया से ही मिली हुई है। राजा भैया के बेहद करीबियों में गिने जाने वाले व राजा के नाम पर चुनाव लडने वाले गुलशन कुंडा टाउन एरिया के चेयरमैन रह चुके हैं और इस बार जब वह जेल में थे तो अपनी जगह पत्नी को मैदान में उतारा था। पत्नी भी राजा भैया के नाम पर चुनाव लड़ी और जीतकर मौजूदा चेयरमैन हैं।
एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे हैं दर्ज
गुलशन यादव पर एक दर्जन से जादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और प्रतापगढ में हुये डिप्टी एसपी जियाऊल हक हत्याकांड में भी गुलशन का नाम सामने आया था। हालांकि गुलशन यादव को पुष्पेंद्र सिंह पर जानलेवा हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया था और इसी मामले में पिछले 4 साल से गुलशन यादव जेल में बंद है।
कर दिये गये बरी
प्रतापगढ के अपर जिला जज पंचम की कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही थी और पिछले 16 मई को जब कौशांबी जेल से गुलशन को प्रतापगढ़ ले आया जा रहे था तब हथियारबंद लग्जरी सवार लोगों ने इन्हें छुड़ाने का प्रयास किया था। जिसमे पुलिस ने कयी लोगो को गिरफ्तार भी किया था। लेकिन, अब इस मामले में अपर जिला जज पंचम ने गुलशन यादव को निर्दोष बताते हुए बरी कर दिया है।