नाले में पड़ा मिला 7 साल की मासूम का शव, 'टॉयलेट' बना मौत की वजह !
रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के शिवगढ़ में बीते 5 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय मठ गोंसाईगंज से रहस्यमय तरीके से लापता हुई मासूम छात्रा का शव मिलने से ग्रामीणों में हडकंप मच गया। बच्ची का शव विद्यालय से लगभग 150 मीटर की दूरी पर शिवगढ़ ड्रेन में मिला। देखते ही देखते कुछ ही पलों में घटना की सूचना पूरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई। यह बच्ची मध्यान भोजन के बाद ही स्कूल से गायब हो गई थी। इस दर्दनाक घटना के बाद जहां परिजन गमगीन हैं तो वहीं ग्रामीणों में आक्रोश है।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि 5 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय मठ गोंसाई में पढ़ने वाली 7 वर्षीय छात्रा दीक्षा विद्यालय में भाई अभय के साथ एमडीएम खाने के उपरान्त रहस्यमय तरीके से लापता थी। जिसके बाद से पुलिस एवं परिजनों ग्रामीणों द्वारा लगातार दिन- रात मासूम दीक्षा की खोज की जा रही थी। दीक्षा के लापता होने के उपरान्त विद्यालय तो खुल रहा था किन्तु भयभीत अभिभावक अपने बच्चे विद्यालय नहीं भेज रहे थे।
नाले में मिला शव
सोमवार को लगभग नाले में मासूम छात्रा का शव मिलने की सूचना मिलते ही चन्द मिनटों में मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच गई। लेकिन परिजन एवं ग्रामीण मासूम की हत्या की आशंका जताते हुए फोरेंसिक टीम व डाग स्क्वाड टीम द्वारा जांच के बाद ही शव को नाले से बाहर निकाले जाने की मांग पर अड़ गए। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले पांच दिनों से नाले में व उसके आसपास बच्ची को खोजा जा रहा था लेकन बच्ची का कहीं पता नही चल रहा था।
मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम
एडशिनल एसपी के साथ महिला डाक्टर व फोरेंसिक टीम के पहुंचने पर ही ग्रामीणों ने शव को बाहर निकालने दिया। जिसके पश्चात फॉरेंसिक टीम व महिला डॉक्टर द्वारा घटना स्थल व शव से साक्ष्य लिए गए। वहीं एडिशनल एसपी,महिला डाक्टर व फोरेंसिक टीम द्वारा विद्यालय प्रांगण एवं शौचालय से साक्ष्य लेने के पश्चात विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र मीनू सिंह से पूछतांछ की गई। विद्यालय में तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापक विमल कुमार शर्मा घटना के दिन से ही लापता हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है।
रेप की भी आशंका
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार छात्रा की यूनिफार्म की शर्ट ,स्कर्ट आदि अस्त-व्यस्त थी। ऐसे में यह भी आशंका जताई जा रही है की कहीं रेप का विरोध करने के चलते तो उसकी हत्या नहीं कर दी गई। पुलिस घटना से जुड़े हर पहलू पर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।
शौचालय खराब होने के कारण गई जान
अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में बना शौचालय मात्र शोपीस साबित हो रहा है, जिसके चलते विद्यालय के बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर नाले एवं तालाब के किनारे खुले में शौच को जाते थे। जिसके विषय में अभिभावकों द्वारा शिक्षकों एवं शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से कई बार मौखिक रुप में शिकायत भी की गई थी किन्तु नतीजा शून्य रहा।
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