अपने ही संसदीय क्षेत्र में पीएम मोदी को मिली चेतावनी, कहा- अंजाम भुगतने को तैयार रहें
वाराणसी। गुजरात में लगातार उत्तर भारतीयों और बिहार के रहने वालों पर हो रहे हमले के बाद इसका विरोध पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में देखने को मिला। इस विरोध में यूपी बिहार एकता मंच ने चेतावनी पत्र जारी किया जिसमें गुजरात से यूपी बिहार के लोगों का पलायन को लेकर अपना प्रदर्शन किया। एकता मंच के लोगों ने वाराणसी के कई इलाकों में पोस्टर चस्पा कर पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस पोस्टर में लिखा है 'जंग-ए- ऐलान गुजराती नरेंद्र मोदी बनारस छोड़ो'।
विद्यापीठ और सिगरा इलाके में लगाए गए पोस्टर
इस पोस्टर को यूपी-बिहार एकता मंच के बैनर तले जारी किया गया है। पोस्टर में महाराष्ट्र और अब गुजरात में उत्तर भारतीय और बिहार मूल के रहने वालों के साथ हो रही हिंसा और मारपीट के बाद उनकी स्थिति का उल्लेख करते हुए उनके साथ न्याय की मांग की गई है। इस पोस्टर को जारी करने वाले विद्यापीठ के पूर्व उपाध्यक्ष विश्वनाथ कुमार ने बताया की काशी की जनता ने गुजराती पीएम मोदी को यहां से चुनाव लड़ने के बाद अपार प्रेम दिया और यहां का सांसद बनाते हुए देश की बागडोर उन्हें सौंप दी।
2019 में अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें पीएम
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हीं के गुजरात में बिहार और उत्तर भारतीयों के साथ जो अन्याय हो रहा है और लोग रेलवे स्टेशनों पर बिलख रहे हैं। उनकी वहां की सरकार कोई कठोर कदम नहीं उठा रही जिससे लोगों को मजबूरन पलायन करना पड़ रहा है। यदि इस मुद्दे पर करवाई नहीं हुई तो हमारी संस्था भी यहां से महाराष्ट्र और गुजरात के लोगों को भगाना शुरू करेगी और इसके बाद 2019 में पीएम मोदी को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
तेजस्वी ने सीएम योगी पर साधा निशाना
तेजस्वी ने साधा निशाना बता दें कि सीएम योगी पर पारुल सब्बरवाल द्वारा किए गए एक रिट्वीट में तेजस्वी यादव ने लिखा है कि अजय सिंह बिष्ट को बंदरों का खेल खिलाने से फुर्सत होगी, तब न कुछ बोलेंगे। आगे उन्होंने लिखा है कि कह रहे हैं कि कोई घटना ही नहीं हुई। संत-महात्मा और साधू नहीं तो कम से इंसानों की तरह ही जवाब दिया करें।
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