योगी सरकार के इस फैसले से हुआ सुरेश रैना, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अनुराग कश्यप का नुकसान
लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का एक फैसले का सीधा असर क्रिकेटर सुरेश रैना, नवाजुद्दीन सिद्दकी, अनुराग कश्यप और आरपी सिंह जैसी चर्चित सेलिब्रेटियों पर पड़ने जा रहा है। इस फैसले से इन लोगों का नुकसान हो सकता है। योगी सरकार का यह फैसला कलाकारों और क्रिकेटरों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर सकता है।
यश भारती और पद्म सम्मान पाने वालों को दी जाने वाली पेंशन अब फिल्मी और खेल जगत के सितारों को नहीं मिलेगी। पेंशन व्यवस्था में किए गए बदलाव के कारण कई फिल्मी और खेल जगत के सितारों को इस पेंशन से वंचित रहना पड़ेगा। इन सितारों में क्रिकेटर सुरेश रैना, आरपी सिंह, अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अनुराग कश्यप का नाम शुमार है।
क्या हैं नये नियम
यश भारती और पद्म सम्मान पेंशन में किए गए बदलावों में ये है कि पेंशन का लाभ उसे ही मिलेगा जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला हो और वो यूपी में ही रहकर काम करता हो। इसके अलावा इनकम टैक्स के दायरे में आने वाले लोगों को भी इस पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा।
क्योंकि सुरेश रैना, अनुराग कश्यप, नवाजुद्दीन सिद्दकी, नसीरुद्दीन शाह इनकम टैक्स के दायरे में आते हैं। इसके अलावा जिन लोगों को पहले से ही पेंशन मिलती हो, सरकारी सेवा में है वो भी इस नियम के दायरे में आएंगे। नए नियम के मुताबिक आवेदक यूपी की पैदाइश हो और यूपी में ही काम करने वाला हो ऐसे लोग ही पेंशन का लाभ ले पाएंगे ।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही महाकवि गोपाल दास के निधन के बाद योगी सरकार ने इस पेंशन को बहाल कर दिया था। निधन के एक माह पहले ही महाकवि गोपाल दास ने सीएम से पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की मांग की थी। इसको देखते हुए सरकार ने सशर्त इस पेंशन व्यवस्था को बहाल कर दिया था। अब यश भारती और पद्म सम्मान पाने वाले लोगों को सरकार 25 हजार रुपए देगी, जबकि पहले 50 हजार रुपए दिए जाते थे।
अखिलेश सरकार में बनाई गई थी नियमावली
अखिलेश सरकार में यश भारती सम्मान और पद्म पुरस्कारों से अलंकृत लोगों को पचास हजार रुपए मासिक पेंशन देने के लिए नियमवाली बनाई गई थी। ये नियमावली 2015 में बनाई गई थी। योगी सरकार आने के बाद इस पेंशन पर जांच बैठा दी गई। इसके बाद इस पेंशन को रोक दिया गया।
फेक न्यूज से निपटने के लिए यूपी पुलिस का 'नवाजुद्दीन' अवतार, ट्विटर पर लिखा 'अपुन इधरिच है'