नेपाली हाथियों ने बहराइच में मचाया तांडव, रात 12 से सुबह 5 बजे तक की मनमानी
सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गोला पटाखा दागा, बावजूद हाथियों का तांडव जारी रहा। ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों ने सैकड़ों बीघे फसल को रौंद डाला है।
बहराइच। बीती रात नेपाली हाथियों ने बहराइच के भरथापुर और आबा गांव के आसपास जमकर तांडव मचाया। हाथियों की चिंघाड़ से रात भर ग्रामीण दहशत में रहे। ग्रमीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गोला पटाखा दागा, बावजूद हाथियों का तांडव जारी रहा। ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों ने सैकड़ों बीघे फसल को रौंद डाला है। खबर के मुताबिक कतर्नियाघाट और सुजौली रेंज में नेपाल से आए हाथियों के झुंड के उत्पात से लोग दहशत में हैं। नेपाल से हाथियों का झुंड कई दिनों बाद कतर्नियाघाट के गेरुआ नदी पार जंगलों में पहुंचा है।
हाथियों का ये झुंड रात में नदी पार कर किसानों के खेत में घुस जाता है। कभी धान तो कभी गन्ना और केले की फसल को हाथी निशाना बना रहे हैं। बीती रात हाथियों का झुंड भरथापुर गांव के खेत में पहुंच गया। गांव निवासी पराग, बंधू, गुलजारी, घनश्याम समेत 10 किसानों के धान, गन्ना और केले की फसल में घुसे हाथियों के झुंड ने पूरी फसल को रौंद दिया। हाथियों की चिंघाड़ सुनकर ग्रामीणों ने मशाल जलाकर उन्हें भगाने की कोशिश की। लेकिन सफल नहीं हुए।
रात 12 बजे पहुंचा हाथियों का झुंड भोर में पांच बजे खेतों से खिसका। वन क्षेत्राधिकारी आरकेपी सिंह का कहना है कि जंगली हाथी काफी हमलावर मुद्रा में होते हैं। उनके सामने जाना ठीक नहीं होता है। गोले-पटाखे दागकर उन्हें भगाया जा सकता है। गांव के लोगों को गोले-पटाखे दिए गए हैं। वनकर्मियों की रात्रि गश्त बढ़ा दी गई है। इस समय खेतों में गन्ना तैयार है। ऐसे में हाथी झुंड में खेत में पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों को सजग रहने की जरूरत है।
Read more: राजेश हत्याकांड: हत्यारोपी डॉ. मुकुल को पुलिस ने किया गिरफ्तार