2 दिन के भीतर भाजपा में 7वां इस्तीफा, विधायक मुकेश वर्मा ने छोड़ी पार्टी
2 दिन के भीतर भाजपा में 7वां इस्तीफा, विधायक मुकेश वर्मा ने छोड़ी पार्टी
लखनऊ, 13 जनवरी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों की घोषणा के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। यूपी के शिकाहोबाद से विधायक मुकेश वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बीते तीन दिनों में करीब सात विधायक बीजेपी का साथ छोड़ चुके हैं। मुकेश वर्मा ने भी अपने इस्तीफे में दारा सिंह और स्वामी प्रसाद मौर्य की तरह पार्टी पर दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को नजर अंदाज करने का आरोप लगाया है।
मुकेश वर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि भाजपा सरकार में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नेताओं को तवज्जों नहीं दी गई। सरकार में किसानों, बेरोजगारों एवं छोटे कारोबारियों की उपेक्षा की गई है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए वर्मा ने कहा कि ''स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे नेता हैं। वह जो भी फैसला लेंगे हम उसका समर्थन करेंगे। आने वाले दिनों में और भी कई नेता हमारे साथ आएंगे।''
सर्जन
से
बने
पॉलिटिशन
डॉ.
मुकेश
वर्मा
मूल
रूप
से
फिरोजाबाद
के
श्री
नगर
जलेसर
उत्तर
प्रदेश
के
रहने
वाले
हैं।
उन्होंने
उत्तर
प्रदेश
से
ही
वर्ष
2007
में
डॉ.
भीमराव
आंबेडकर
से
एमएस
(जनरल
सर्जन)
किया
था।
सर्जन
से
वह
राजनीतिज्ञ
बने।
उनकी
पत्नी
भी
एक
सरकारी
डॉक्टर
हैं।
मुकेश
वर्मा
2012
में
बहुजन
समाज
पार्टी
की
टिकट
पर
चुनाव
लड़े
थे
लेकिन
तब
वह
अपनी
सीट
हार
गए
थे।
2017
में
बीजेपी
ने
उन्हें
शिकोहाबाद
से
प्रत्याशी
बनाया
और
उन्होंने
बहुमत
पाकर
जीत
हासिल
की।
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