एक दर्जन से अधिक मुस्लिम परिवारों ने यूपी में अपनाया हिंदू धर्म
आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती के आदर्शों का पालन करते हुए किसी को भी बिना लालच, भय और दबाव के धर्म परिवर्तन कराया गया है।
फैजाबाद। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है, लेकिन इस बार कई मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म को बकायदा रीति-रिवाजों के साथ अपनाया है। फैजाबाद में तकरीबन एक दर्जन लोगों ने अपने परिवार के साथ हिंदू धर्म को अपना लिया है, इन सभी लोगों को हिदू धर्म की प्रक्रिया के अनुसार धर्म परिवर्तन कराया गया है।
धर्म परिवर्तन का आयोजन संघ के एक नेता ने कराया था
जानकारी के अनुसार इस धर्म परिवर्तन का आयोजन संघ के एक नेता ने कराया था। आर्य समाज और संघ के नेता की मदद से इन लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है। इन लोगों का दावा है कि सभी लोगों ने अपनी मर्जी से हिंदू धर्म को अपनाया है औऱ इन लोगों पर किसी भी तरह का दबाव नहीं बनाया गया। यह घटना अंबेडकरनगर जिले के आलापुर की है, जहां तमाम मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म को अपनाया है। धर्म परिवर्तन के बाद इन लोगों का नाम भी बदला गया है, हालांकि सुरक्षा कारणों से इन लोगों के नाम को उजागर नहीं किया गया है।
बिना लालच, भय और दबाव के धर्म परिवर्तन
इस पूरे मामले पर आर्य समाज के प्रधान हिमांशु त्रिपाठी का कहना है कि आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती के आदर्शों का पालन करते हुए किसी को भी बिना लालच, भय और दबाव के धर्म परिवर्तन कराया गया है। इन्हें वैदिक विधि विधान के अनुसार हिंदू धर्म में लाया गया है। वैदिक विधान के कार्यक्रम में आचार्य शर्ममित्र शर्मा ने शिरकत की और उन्होंने ही इस कार्यक्रम को संपन्न कराया, जिसके बाद तमाम मुस्लिम परिवारों ने धर्म बदलने के बाद प्रसाद ग्रहण किया।
हमारे पूर्वज हिंदू ही थे, उन पर दबाव डालकर उन्हें मुस्लिम बना दिया
जिन मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म को अपनाया है उसमें से एक परिवार के मुखिया का कहना है कि उन्होंने बिना किसी के दबाव हिंदू धर्म को अपनाया है, उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज हिंदू ही थे, लेकिन कुछ लोगों ने उनपर दबाव डालकर उन्हें मुस्लिम बना दिया था, लेकिन अब हमने एक बार फिर से हिंदू धर्म को अपनाने का फैसला लिया है।