खबर का असर: अब सड़क पर बैठकर नहीं पढ़ना पड़ेगा बच्चों को, दो महीने में मिलेगा नया स्कूल, देखें VIDEO
मिर्जापुर। एक बार फिर वन इंडिया की खबर का बड़ा असर हुआ है। सोमवार को वन इंडिया में एक खबर छपी थी जिसमें सड़क पर पढ़ने को मजबूर बच्चों की हकीकत को सामने लाने का प्रयास किया किया था। वन इंडिया का यह प्रयास सफल रहा और जिले के डीएम ने मामले में त्वरित संज्ञान लिया। बता दें कि यह स्कूल पिछले दस सालों से सड़क पर ही चल रहा था। इसपर खबर छपने के बाद जिला अधिकारी बिमल कुमार दुबे की नजर पड़ी और आशा की नई उम्मीद जगी। मामले में संज्ञान लेते हुए सुबह के समय डीएम बिमल कुमार दुबे खुद रामबाग स्थित वैरिस्टर यूसुफ इमाम प्राइमरी पाठशाला में निरीक्षण के लिए पहुंचे। विद्यालय के बारे में जानकारी हासिल की और दो माह के अंदर विद्यालय के लिए नई बिल्डिंग दिलाने का भरोसा दिलाया।
खाली जमीन का किया निरीक्षण
डीएम जब निरीक्षण करने पहुंचे तो ठंड के चलते विद्यालय बंद था। स्थानीय लोगों ने बताया कि विद्यालय के लिए जमीन आवंटित है लेकिन अभी तक उसपर कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ है। इस पर डीएम ने स्थानीय लोगों के साथ खाली स्थान का भी निरीक्षण किया। डीएम ने जल्द ही समस्या के समाधान के लिए बीएसए प्रवीण तिवारी को निर्देशित किया।
डीएम कराएंगे दो कमरों का निर्माण
वन इंडिया से बात करते हुए जिला अधिकारी बिमल कुमार दुबे ने कहा कि दो माह के अंदर विद्यालय के लिए खाली जमीन पर दो कमरों का निर्माण कर बच्चों को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके लिए बीएसए को निर्देशित कर दिया गया है।
70 बच्चों के भविष्य का सवाल
पिछले 10 सालों से रामबाग स्थित वैरिस्टर यूसुफ ईमाम प्राइमरी पाठशाला में पढ़ने वाले 70 बच्चे सड़क पर पढ़ने के लिए मजबूर हैं। सिर्फ एक कमरे में चलने वाले इस विद्यालय में जब कमरे में बच्चे नहीं बैठ पाते तो उन्हें स्कूल कि अध्यापिका कमरे के बाहर सड़क पर बैठाने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं सड़क पर ही बोर्ड लगा कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। जैसे ही कोई गाड़ी सड़क से गुजरती है। तो स्कूल कि टीचर आसिफा और दाई चंदा मिल कर बच्चों को हटाती है। इसके बाद जा कर गाड़ी पास होने के बाद दुबारा बच्चों की क्लास शुरू हो पाती है।
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