लखनऊ में इन स्थानों का बदला जाएगा नाम, बर्लिंगटन चौराहे का नाम होगा अशोक सिंघल के नाम पर
लखनऊ, सितंबर 25। उत्तर प्रदेश में जगहों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है। योगी सरकार में अब नाम बदलने का काम लखनऊ में शुरू होगा। रविवार को लखनऊ नगर निगम ने इस साल के अंत में होने वाले निकाय चुनावों से पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और दक्षिणपंथी विचारकों के नाम पर कई क्षेत्रों का नाम बदलने का फैसला किया है।
इन स्थानों के बदले जाएंगे नाम
- जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के फेमस बर्लिंगटन चौराहा का नाम बदलकर अशोक सिंघल के नाम पर रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है।
- इसके अलावा लखनऊ नगर निगम ने सर्वोदय नगर में बने गेट का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखने का फैसला किया गया है। आपको बता दें कि वीर सावरकर हिंदू महासभा के एक प्रमुख नेता थे।
- इसके अलावा निराला नगर के तिकोनिया पार्क का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
- संजय गांधी पुरम चौराहे का नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद चौराहा करने का फैसला लिया गया है। साथ ही विराम खंड राम भवन चौराहा का नाम बदलकर 'अमर शहीद मेजर कमल कालिया चौराहा' करने का फैसला किया गया है।
- सरोजिनी नगर में आजाद नगर कॉलोनी पार्क का नाम मंगल पांडे के नाम पर रखा गया है, जो अंग्रेजों के खिलाफ 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायक थे।
- लालबाग में महाराजा सुहेलदेव राजभर की प्रतिमा के पास के तिराहे का नाम सुहेलदेव के नाम पर रखा गया है। नगर निगम कार्यकारी समिति ने राजाजीपुरम में मिनी स्टेडियम का नाम भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश श्रीवास्तव के नाम पर रखने को भी मंजूरी दे दी है।
- मीना बेकरी के क्रॉसिंग का नाम बदलकर भारतीय शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर के नाम पर रखा गया है।
सियासत हुई शुरू
आपको बता दें कि नाम बदलने के प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्ष ने नाम बदलने के फैसलों को राजनीति से प्रेरित बताया है। वहीं निगम के अधिकारियों ने कहा है कि विपक्ष के आरोप सरासर गलत हैं, इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि इसका उद्देश्य अंग्रेजी हुकूमत के प्रतीकों और उनकी विरासत को समाप्त करना और देश की आजादी व प्रगति के लिए संघर्ष करने वाले लोगों को सम्मान करना है।