चिताओं का वीडियो वायरल होने के बाद ढका गया लखनऊ का श्मशान घाट, विपक्ष ने कहा- ये बेशर्मी की हद
लखनऊ, 15 अप्रैल: देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने भयानक रूप ले लिया है, जहां बुधवार को दो लाख से ज्यादा पॉजिटिव मरीज सामने आए। बुरे हालात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अस्पतालों में बेड, दवाइयां और ऑक्सीजन सिलेंडर कम पड़ गए हैं। साथ ही श्मशान घाटों पर शव वाहनों की लंबी लाइनें लगी हैं। एक दिन पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें श्मशान घाट में सिर्फ और सिर्फ आग की लपटें दिखाई दे रही थीं। जिसके बाद से जनता का डर और ज्यादा बढ़ गया। इसको देखते हुए प्रशासन ने गुरुवार को नया फैसला लिया।
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आम जनता श्मशान घाट की हालत देख ना पाए, इसके लिए भैसाकुंड स्थित बैकुंठ धाम की दीवर पर नीले रंग की टीन लगा दी गई। साथ ही बाहर एक बोर्ड लगा दिया गया है, जिसमें साफ लिखा है कि अनाधिकृत लोगों का अंदर प्रवेश वर्जित है। प्रशासन का कहना है कि ये कोविड प्रभावित क्षेत्र है, जिस वजह से एहतियात के रूप में जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं टीन लग जाने से अब अंदर का हाल बाहर ने नजर नहीं आ रहा है।
तुम लाख छुपाओ बेशर्मी मगर
दुनिया को पता चल जाता है।लखनऊ में बैकुंठ धाम सड़क को चारों ओर से कवर किया जा रहा है। pic.twitter.com/ZXau6MtQ1i
— UP Congress (@INCUttarPradesh) April 15, 2021
विपक्षी
दल
सरकार
पर
बरसे
टीन
लगने
की
खबर
भी
सोशल
मीडिया
पर
तेजी
से
वायरल
हुई,
जिस
वजह
से
विपक्षी
दलों
ने
अब
इसे
नया
मुद्दा
बना
लिया
है।
आप
नेता
और
राज्यसभा
सांसद
संजय
सिंह
ने
टीन
लगाते
मजदूरों
का
वीडियो
शेयर
करते
हुए
लिखा
कि
लखनऊ
बैकुंठ
धाम,
अगर
अस्पताल
बनाने
में
इतनी
मेहनत
की
होती
तो
श्मशान
छिपाने
की
जरूरत
नहीं
पड़ती।
इसके
अलावा
यूपी
कांग्रेस
के
ट्विटर
हैंडल
से
वीडियो
शेयर
करते
हुए
लिखा
गया-
"तुम
लाख
छुपाओ
बेशर्मी
मगर...दुनिया
को
पता
चल
जाता
है।
लखनऊ
में
बैकुंठ
धाम
सड़क
को
चारों
ओर
से
कवर
किया
जा
रहा
है।
कोरोना के खिलाफ जंग में आगे आए मुकेश अंबानी, उद्धव सरकार को दे रहे फ्री ऑक्सीजन
10
गुना
बढ़े
केस
मौजूदा
वक्त
में
लखनऊ
में
31,000
से
अधिक
सक्रिय
COVID-19
मामले
हैं,
जो
केवल
दो
हफ्ते
पहले
की
तुलना
में
10
गुना
अधिक
थे।
बुधवार
शाम
को
जारी
रिपोर्ट
के
मुताबिक
यूपी
में
20510
नए
मामले
सामने
आए,
जिसमें
खुद
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
भी
शामिल
थे।
इसके
अलावा
68
मौतें
एक
दिन
में
दर्ज
की
गईं।
हालांकि
मृतकों
की
संख्या
में
गड़बड़ी
की
भी
बात
सामने
आई
है।