कानपुर: हिंदू रीति रिवाजों से किया गया 'श्यामलाल' नाम के कुत्ते का अंतिम संस्कार, वीडियो वायरल
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक ऐसा मानवीय मामला सामने आया है जहां श्यामलाल नाम के एक कुत्ते की शव-यात्रा निकाली गई। श्यामलाल की मौत के बाद से उसके अंतिम दर्शन के लिए गांव में लोगों का तांता लगा रहा। यहां लोगों ने हिंदू रीति रिवाज से सेंगर नदी में ले जाकर उसका अंतिम संस्कार किया। अंतिम यात्रा के दौरान पुष्प-वर्षा भी की गई। गांव के लोगों ने कहा कि श्यामलाल मनुष्य नहीं था लेकिन इंसानों को इंसानियत की सीख दे गया। शायद यही वजह है जिसके कारण गांव में श्यामलाल का नाम हर व्यक्ति के जुबान पर है। गांव वाले यहां श्यामलाल को अपने घर का ही सदस्य मानते थे। श्यामलाल के रहते गांव में कभी कोई घटना नहीं हुई।
लेकिन सोमवार को हाइवे पार करते समय किसी अज्ञात वाहन ने श्यामलाल को टक्कर मार दी थी जिससे श्यामलाल गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान श्यामलाल की मौत हो गई जिससे गांव में शोक का माहौल हो गया। गांव के लोगों ने श्यामलाल की सेवाओं को याद करते हुए उसे हिंदू रीति रिवाज के साथ अर्थी बनाकर फूल चढ़ाए गए और उसकी शव यात्रा निकाली बाद में सेंगर नदी में जाकर जल प्रवाह कर दिया।
अकबरपुर थाना क्षेत्र के मुरीदपुर गांव में एक कुत्ते की मौत पर पूरे गांव में गमगीन माहौल हो गया। दरअसल श्यामलाल मनुष्य नहीं था बल्कि एक कुत्ता था लेकिन वो कभी कुत्तों के साथ नहीं रहा। लोग बताते हैं कि गांव का दुलारा था इसलिए उसे श्यामलाल कहकर बुलाते थे। श्यामलाल 12 साल से गांव में रह रहा था अगर कोई भी गांव का आदमी रात या दिन में लेट लतीफ आता था तो श्यामलाल उसे घर के अंदर छोड़कर ही वहां से आता था।
श्यामलाल कुत्ता होकर कभी कुत्तों के साथ नहीं रहा, हमेशा घर के बाहर देहरी में बैठा रहता था। कभी किसी को न तो भौंकता था और न ही काटता था। गांव के लोग जो श्यामलाल को खाने को देते थे उसे वो खा लिया करता था।