जानिए, कितना खतरनाक है वो विस्फोटक, जो यूपी विधानसभा में मिला
यूपी की विधानसभा में पाया गया विस्फोटक दुनिया के सबसे खतरनाक विस्फोटक में शुमार, अमेरिका में हमले के दौरान भी हुआ था इस्तेमाल
लखनऊ। यूपी विधानसभा के भीतर जो विस्फोटक मिला है, वह पीईटीएन यानि पेनाटेरीथ्रीटोल टेट्रानाइट्रेट है। यह ऐसा विस्फोटक है जिसकी पहचान करना काफी मुश्किल होता, यही वजह है कि यह मेटल डिटेक्टकर और स्निफर डॉग की पकड़ में नहीं आता है। इस विस्फोटक की भयावकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज 100 ग्राम पीईटीएन किसी भी कार के परखच्चे उड़ा सकता है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन के भीतर कहा कि 500 ग्राम पीईटीएन पूरे विधानसभा को उड़ाने में सक्षम है। ऐसे में इस विस्फोटक के सदन के भीतर मिलने से हर तरफ खौफ का माहौल है।
कई नामों से जाना जाता है इसे
यूपी की विधानसभा में यह जो विस्फोटक पाया गया है इसे कई और नाम से भी जाना जता है, पीईटीएन मुख्य रूप को जर्मन भाषा में नेट्रोपेंटा कहा जाता है, जबकि इसके अलावा भी इसे कई अन्य नामों PENT, PENTA, TEN, corpent, penthrite आदि नामों से भी जाना जाता है।
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दिल्ली कोर्ट में धमाके के दौरान हुआ था इस्तेमाल
इस विस्फोटक की पहचान करना और सुरक्षा उपकरणों की जद में नहीं आना ही इसे और भी खतरनाक बनाता है और यही वजह है कि आतंकियों का यह काफी पसंदीदा विस्फोटक है। अधिकतर आतंकी इस विस्फोटक का ही इस्तेमाल तमाम घटनाओं को अंजाम देने के लिए करते हैं। 2011 में जब दिल्ली के हाई कोर्ट के गेट पर धमाका हुआ था तो इसी पीईटीएन का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। यह प्लास्टिक विस्फोटक होता है जिसमें आरडीएक्स भी होता है जो इसे काफी खतरनाक बनाता है।
सदन के भीतर ही किसी पर शक
लेकिन जिस तरह से यह विस्फोटक विधानसभा के भीतर पहुंचा है, उसके बाद सदन की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर कैसे तीन लेयर की सुरक्षा घेरे को तोड़कर यह विस्फोटक अंदर पहुंच गया। माना जा रहा है कि सदन के अंदर के ही किसी व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया है। आपको बता दें कि 11 जुलाई को यूपी का बजट सत्र शुरू हुआ था, लिहाजा अगर 12 जुलाई को अगर धमाका होता तो बड़ी संख्या में लोगों की जान जा सकती थी।
9/11 में भी हुआ था इस्तेमाल
पीईटीएन विस्पोटक सफेद रंग का होता है और यह पाउडर की तरह होता है, इस विस्फोटक की खरीद-फरोख्त पर कई देशों ने नियम काफी सख्त हैं, इसे सिर्फ सेना इस्तेमाल करती है। इसका इस्तेमाल खदान में विस्फोट के लिए भी किया जाता है, इसक जरिए विस्फोट करने के लिए डेटोनेटर की जरूरत होती है। इस विस्फोटक से जमीन के भीतर कंपन और गर्म हवा भी तैयार की जा सकती है। वर्ष 2001 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के दौरान भी इसी विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।