विवादित बयान पर चुनाव आयोग ने साक्षी महाराज को भेजा नोटिस, पूछा क्यों ना करें कार्रवाई
साक्षी महाराज ने कहा था कि अगर जनसंख्या बढ़ती चली जा रही है तो इसका जिम्मेदार हिन्दू नहीं है, बल्कि इसके जिम्मेदार वो लोग हैं जिन्होंने चार बीवियां और चालीस बच्चे पैदा किए हैं।
नई दिल्ली। यूपी के उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज को चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आयोग ने उनके जनसंख्या संबंधी विवादित बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए पूछा है कि आपके खिलाफ कार्रवाई क्यों ना की जाए? साक्षी महाराज से 11 जनवरी तक नोटिस का जवाब मांगा गया है। वहीं नोटिस के जवाब में साक्षी महाराज ने कहा कि उनका किसी भी संप्रदाय की भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, 'मैंने अपने भाषण में किसी भी संप्रदाय का नाम नहीं लिया है। मैंने सिर्फ देश में बढ़ती जनसंख्या की ओर ध्यान दिलाया था। मैंने आयोग से नोटिस की हिंदी की कॉपी मांगी है।'
आपको बता दें कि हाल ही में यूपी के मेरठ में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि आज मैं फिर कहना चाहता हूं कि हिंदू घटा तो देश बंटा। साक्षी महाराज ने कहा कि जनसंख्या को लेकर देश में एक सख्त और बढ़िया कानून लाने की आवश्यकता है। चाहे बच्चा एक हो या चार हों, सबके लिए समान कानून बनाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि अगर जनसंख्या बढ़ती चली जा रही है तो इसका जिम्मेदार हिन्दू नहीं है, बल्कि इसके जिम्मेदार वो लोग हैं जिन्होंने चार बीवियां और चालीस बच्चे पैदा किए हैं।
उन्होंने कहा कि अब चार बीवी और चालीस बच्चे का समय नहीं रहा है अब ये नहीं चलेगा। माताएं कोई मशीन नहीं हैं। इस कार्यक्रम की फोटोग्रॉफी और वीडियोग्रॉफी करने पहुंचे पुलिसकर्मियों को संतों ने खदेड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने साक्षी महाराज और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 298 के तहत केस दर्ज किया। हालांकि भाजपा ने अपने सांसद के सांप्रदायिक बयान से पल्ला झाड़ लिया। उनके बयान पर उठे विवाद के बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस तरह के बयानों का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। इस तरह के बयानों को पार्टी की सोच नहीं माना जाना चाहिए। ये भी पढ़ें- जानिए, अगर यूपी चुनाव में जीती भाजपा तो कौन होगा मुख्यमंत्री