बेटियों को दिया जन्म इसलिए शौहर ने कहा 'तलाक', पंचायत भी साबित हुई बेअसर
आशिया ने तीसरी बार बेटी को जन्म दिया था, पहली बार से ही हाशिम का परिवार उसे दिन रात इस बात की उलाहना देता था कि वो बेटा नहीं दे सकती और आखिरकार शौहर ने उसे तलाक कह दिया...
इलाहाबाद। देश की राजनीति में तीन तलाक का मुद्दा उथल-पुथल मचाए है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और विरोधी बयानबाजों के बीच तलवार खिंची है। लेकिन इसी बीच कौशांबी में तीन तलाक का एक ऐसा वाक्या सामने आया है। जहां तीसरी बेटी को जन्म देने पर शौहर ने तीन बार तलाक बोलकर पत्नी से सारे रिश्ते तोड़ लिए, नवजात बच्ची के साथ पत्नी को घर से भी निकाल दिया गया है। मामला पूरामुफ्ती इलाके के इस्माइल कोटवा गांव का है। जहां तीन बेटियों को जन्म देने पर पत्नी को तलाक दे दिया गया। शौहर को बेटे की ख्वाहिश है लेकिन इस तीसरी बार भी बीवी को बेटी पैदा हुई।
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बेटे की चाहत ने किया दिमाग खराब
बता दें कि मोहम्मद हाशिम की 8 साल पहले आशिया से शादी हुई थी। लेकिन जब आशिया ने पहले बच्चे को जन्म दिया तो वो बेटी थी। इस पर भी उसे ससुराल की उलाहना सुननी पड़ी। लेकिन उसे क्या पता था कि ये तो शुरुआत थी, जब दुबारा आशिया मां बनी तो हाशिम ने आशिया को फिर बेटी होने पर टॉर्चर किया। बेटा न पैदा होने के चलते ससुराल के लोग आशिया को ताना मारते। लेकिन इस बार जब तीसरी दफे भी आशिया ने बेटी को जन्म दिया तो हाशिम ने आशिया को तीन बार तलाक बोलकर शादी तोड़ दी।
पंचायत ने भी किया दिखावा
आशिया को तलाक देने के बाद घर से निकाल दिया गया। रोते बिलखते आशिया बेटियों के साथ मायके मनौरी पहुंची। पिता शमीम ने इस ज्यादती के खिलाफ बिरादरी की पंचायत बुलाई। लेकिन अपने ही कानून ने शमीम को लाचार कर दिया। वो चाहकर भी बेटी के लिए कुछ नहीं कर सका। पंचायत सिर्फ दिखावा साबित हुई और तीन बार तलाक बोलने के अधिकार को जायज मानते हुए पंच वापस लौट गए। मामले की शिकायत अब पूरामुफ्ती थाने में की गई है। इस घटना ने फिर से वही सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर तीन तलाक क्या सही है? अब आशिया मासूम बेटियों को लेकर कहां जाए और किसका सहारा ढूंढे?