इस बार कुंभ में लीजिए क्रूज का आनंद, जल मार्ग से भी पहुंच सकेंगे संगम नगरी
इलाहाबाद। प्रयागराज में लगने वाले कुंभ के लिए सरकार ने एक और खूबसूरत सौगात दी है। सड़क मार्ग और वायुयान की सुविधा से संपन्न हो चुके प्रयागराज को जल मार्ग से भी जोड़ा जा रहा है। यानी संगम नगरी पहुंचने के लिए आप पानी की जहाज का इस्तेमाल भी कर सकेंगे। जिसमें क्रूज समेत बड़े व छोटे बोट भी शामिल होंगे। सुविधा के संचालन के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने विज्ञापन भी जारी कर दिया है। फिलहाल जल मार्ग से भी संगम नगरी के जुड़ जाने से यह कुंभ अपनी ऐतिहासिक भव्यता का स्वयं गवाह बनेगा।
कौन करेंगा संचालन
प्रयाग के कुंभ में जल मार्ग सुविधा का संचालन सरकारी व निजी स्तर दोनों पर होगा। इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी है और प्रयागराज मेला प्राधिकरण के विज्ञापन जारी किए जाने के बाद कई निजी क्रूज व बड़ी बोट संचालनकर्ताओं ने आवेदन टेंडर डाला है।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अनुसार कुंभ मेले के दौरान संगम में क्रूज या बड़े बोट संचालित होंगे। इनका संचालन भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के क्रूज द्वारा तो किया ही जाएगा। निजी ऑपरेटर भी कुंभ मेले के दौरान क्रूज या बड़े बोट संचालित कर सकते हैं।
बनेंगे 10 टर्मिनल
प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष आशीष गोयल ने बताया कि गंगा और यमुना नदियों में बोट और क्रूज के लिए गहराई बढ़ाई जानी है। साथ कुंभ मेला क्षेत्र में 10 अस्थाई टर्मिनल बनाए जाएंगे। यहीं से क्रूज व बड़ी बोटों के साथ छोटी बोटों का भी संचालन किया जाएगा। इसमें 5 अस्थाई टर्मिनल गंगा नदी पर और पांच अस्थाई टर्मिनल यमुना नदी पर बनाए जाएंगे। जिसमे यमुना नदी पर जो सरस्वती घाट, किला घाट, बोट क्लब, पुराने यमुना ब्रिज और सुजानदेव में बार्ज लगाकर अस्थायी टर्मिनल बनाया जाएगा। जबकि गंगा नदी में छतनाग, सीतामढ़ी, विन्धाचल, चुनार, शीतला टेम्पल में अस्थायी टर्मिनल तैयार किए जाएंगे।
वाराणसी से इलाहाबाद के बीच क्रूज
वाटर टूरिज्म बढाने के लिए कुंभ मेला के दौरान तीर्थराज प्रयाग से भगवान शिव की नगरी काशी के बीच गंगा नदी में क्रूज का संचालन किया जाएगा। इसकी फाइनल रिपोर्ट सबमिट कर दी गई है और तैयारियां अंतिम दौर में चल रही है। अस्थाई टर्मिनल बनने के साथ ही इसका पहला टेस्ट किया जाएगा और फिर पूरे कुंभ के दौरान नियमित तौर पर बड़ी बोट व क्रूज का संचालन वाराणसी से प्रयाग के बीच होगा।