'मां जैसा कोई नहीं', वैदिक श्लोक के माध्यम से सीएम योगी ने सदन में बताई मां की महानता
लखनऊ, 22 सितंबर: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का आज यानी गुरुवार 22 सितंबर को चौथा दिन है। आज के दिन सदन में केवल और केवल महिलाओं के मुद्दों पर बात हुई और सदन में केवल महिला जनप्रतिनिधियों की ही आवाज सुनाई पड़ी। महिलाओं को समर्पित विधानसभा के सदन की शुरूआत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला शक्ति पर एक भाषण के साथ की। इस दौरान उन्होंने वैदिक श्लोकों का जिक्र करते हुए महिलाओं की महानता पर तमाम बातें कहीं।
श्लोक के माध्यम से बताई मां की महानता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने नारी शक्ति के ऊपर लिखी महर्षि वेदव्यास की पंक्तियों का जिक्र करते हुए कहा, 'नास्ति मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राण, नास्ति मातृसमा प्रिया।।' इसके बाद सीएम योगी ने इन पंक्तियों का अर्थ भी सदन में बताया। सीएम योगी ने कहा, 'मां के समान कोई छाया नहीं है, मां के समान कोई सहारा भी नहीं है। मां के समान कोई रक्षक भी नहीं है और मां के समान कोई प्रिय चीज नहीं है।' सीएम ने कहा कि मुझे लगता है की मात्र शक्ति के प्रति ये भाव हर नागरिक के मन में आ जाए तो मुझे लगता है कुछ असंभव नहीं है।
महिलाओं के लिए चलाई जारी योजनाओं के बारे में बताया
इस दौरान सीएम योगी ने महिलाओं के लिए चलाई जारी योजनाओं का भी सदन में जिक्र किया। सीएम ने बोलते हुए कहा, प्रदेश में कुल 1584 थाने हैं, जिनमें महिला डेस्क हैं। 3195 एंटी रोमियो स्क्वॉड भी तैयार किए गए हैं। इसके अलावा, राज्य आजीविका मिशन में 66 लाख महिलाओं को जोड़ा गया है। प्रदेश में कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की गई, जिसके तहत 13 लाख 67 हजार बेटियों को लाभ मिल रहा है। वहीं, निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत 31 लाख 50 हजार महिलाओं की सरकार मदद कर रही है और मातृ वंदना योजना के अंतर्गत 1255129 माताएं लाभ उठा पा रही हैं।
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सदन में खुलकर बोले महिलाएं: सीएम योगी
इसके अलावा सीएम योगी ने कई और योजनाओं के बारे में सदन के अंदर चर्चा की, जो सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए चलाई जा रही हैं। इस दौरान सीएम योगी ने सभी महिला विधायकों से अपील की कि समस्याओं के बारे में खुलकर बोलें। अच्छे से चर्चा करें। उनके सुझाव नोट किए जाएंगे और सरकार उनको लेकर कदम उठाएगी। प्रदेश के विकास सम्मान और स्वावलंबन के बारे में महिलाओं के क्या विचार हैं, यह जानना जरूरी है। सभी मुद्दों पर महिलाएं सकारात्मक सुझाव दें, जिनसे सरकार को मदद मिलेगी और प्रदेश के लिए अच्छा काम हो सकेगा।
अखिलेश यादव ने भी दिया महिलाओं के उत्थान पर भाषण
सदन में योगी के अलावा नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी महिलाओं की लीडरशिप और उनके उत्थान पर भाषण दिया। इस दौरान अखिलेश ने कहा, 'सपा सरकार के समय महिलाओं को सम्मान देने के लिए समाजवादी पेंशन योजना की शुरुआत की गई थी। ये उन महिलाओं के लिए थी, जिन्हें और किसी पेंशन से मदद नहीं मिल पा रही थी।' उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि सपा की इस योजना को दोबारा शुरू किया जाए।
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