रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी के खिलाफ CBI ने दर्ज किया केस, कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू
कानपुर। PNB घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के विदेश भागने के बाद सरकार अलर्ट हो गई है। अब बैंकों से फ्राड करने की फिराक में लगे उद्योगपति सीबीआई के निशाने पर आ गए हैं। इनमें से ही एक हैं नीरव मोदी की राह पर आगे बढ़े रहे रोटोमैक कंपनी के मालिक। सावर्जनिक क्षेत्र की बैंकों से 800 करोड़ रुपयों का लोन लेकर बैठे कानपुर के पेन किंग विक्रम कोठारी अब सीबीआई की जद में हैं। सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर छापेमारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लखनऊ से आई सीबीआई की एक टीम ने उनके आवासीय और कारोबारी ठिकानों पर छापा मारा है।
एक्शन में आया नेशनल कम्पनी लॉ ट्रिब्यूनल
विक्रम कोठरी को अनियमित तरीकों से दिये गए 800 करोड़ के ऋण के मामले में एनसीएलटी एक्शन में आ गया है। इस मामले एनसीएलटी यानि नेशनल कम्पनी लॉ ट्रिब्यूनल ने 20 फरवरी को कानपुर में कोठारी को एलओयू जारी करने वाले बैंकों के साथ बैठक बुलाई है। कोठारी को फायदा पहुंचाने वाले बैंक प्रबन्धन के बड़े अधिकारी अपनी कुर्सी बचाने के लिए कोठारी को सुलह की मेज पर लाने के रास्ते तलाशने लगे हैं। रोटोमैक कम्पनी के मालिक विक्रम कोठारी मीडिया के सवालों का सामना करने से बच रहे हैं।
नहीं दिया पत्रकारों के सवालों का जवाब
रविवार को वे एक विवाह समारोह में शामिल होने कानपुर कैंट पहुंचे थे तो समारोह स्थल के बाहर मीडियाकर्मियों ने उनसे 800 करोड़ के ऋण हासिल करने से सम्बन्धित सवाल करने चाहे लेकिन कोठारी बिना रुके आगे बढ़ते गए। उन्होने एक हाथ से न्यूज चैनलों के माइक हटाए और दूसरे हाथ से मोबाइल फोन कान से लगाकर मीडिया को नजरअन्दाज करने की कोशिश की। इसके बाद वे खिड़की पर काले शीशे वाली गाड़ी में बैठकर वहां से निकल गए।
30 सेकेंड का अपना बयान रिकॉर्ड कराकर जारी किया
मोटर व्हीकल एक्ट के विपरीत उन्होने भले ही अपनी कार पर काले शीश चढ़ा रखे हों और इन शीशों के पीछे उन्होने अपना चेहरा छिपा लिया हो लेकिन मीडिया में सुर्खी बने उनके 800 करोड़ का एनपीए उनका पीछा छोड़ने वाला नहीं था। इसलिए कोठारी ने दिल्ली में बैठे अपने कुछ खासमखास लोगों से सम्पर्क साधा और 30 सेकेण्ड का अपना बयान रिकार्ड कराकर जारी कर दिया। इस वीडियो में वे मीडिया रिपोर्टो को गलत साबित करते हुए कह रहे हैं कि उनके बैंक लोन का मामला एनसीएलटी के समक्ष विचाराधीन है और वे देश छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं। आखिर में ये बोलते भी सुनाई पड़ रहे हैं, 'मेरा भारत महान'