बसपा सुप्रीमो मायावती पर कसा CBI का शिकंजा, टीम पहुंची सहारनपुर
-- साल 2007 में बसपा शासन में आवंटित हुए खनन पट्टों का मामला-- बसपा के पूर्व विधान परिषद सदस्य हाजी इकबाल भी हैं दायरे में
सहारनपुर। बसपा सुप्रीमो मायावती पर सीबीआई का शिंकजा कसता नजर आ रहा है। बसपा शासन काल में आवंटित हुए खनन पट्टों और बसपा के पूर्व विधान परिषद सदस्य हाजी मोहम्मद इकबाल द्वारा किए गए अवैध खनन की जांच करने के लिए सीबीआई टीम सहारनपुर पहुंच गई और खनन क्षेत्र का दौरा कर जांच पड़ताल में जुट गई है।
नई दिल्ली से सीबीआई की एक टीम सोमवार को दोपहर करीब बारह बजे यहां पहुंची। इस टीम में सीबीआई के एक इंस्पेक्टर और कई अन्य सहायक हैं। सबसे पहले ये टीम यहां जिला मुख्यालय पहुंची और डीएम प्रदीप कुमार पांडे से मुलाकात किया। डीएम से मुलाकात और बंद कमरे में वार्ता करने के बाद ये टीम जिला खनन अधिकारी को साथ लेकर खनन क्षेत्र में निकल गई। जिला मुख्यालय से निकलने के बाद टीम सीधे थाना मिर्जापुर क्षेत्र में यमुना नदी के किनारे आवंटित खनन पट्टों को देखने के लिए निकल गई।
टीम के अधिकारी फिलहाल ये पता लगाने में जुटे हैं कि बसपा शासन में जिस व्यक्ति हाजी इकबाल को खनन पट्टे आवंटित किए गए थे उस पर कैसे-कैसे घोटाले हुए। आरोप है कि जितना क्षेत्रफल हाजी इकबाल और उसकी कंपनी को आवंटित हुआ था, उससे कई गुना ज्यादा क्षेत्रफल से अवैध खनन किया गया और यमुना नदी को पूरी तरह से खाली कर दिया गया।
कौन है हाजी इकबाल?
हाजी इकबाल को खनन माफिया के रुप में जाना जाता है। वो काफी समय से बसपा से जुड़े हैं। साल 2007 में बसपा की सरकार आने पर उन्हें सहारनपुर में यमुना नदी से खनन किए जाने के पट्टे आवंटित किए गए थे। इसके बाद 2012 में सपा सरकार आने के बाद भी खनन पट्टे हाजी इकबाल के ही नाम रहे। हाजी इकबाल ने खनन की बदौलत खरबों रुपए की संपत्ति अर्जित की गई। प्रदेश में सरकार किसी की भी रही हो लेकिन धनबल और राजनीतिक बल के कारण हाजी इकबाल खनन के पट्टे अपने नाम कराने में कामयाब हो जाता रहा। दो साल पहले उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी में कई शिकायत दर्ज की गई तो उनकी जांच शुरू की गई। एनजीटी के अलावा अकूत संपत्ति रखने पर ईडी ने भी हाजी इकबाल पर अपना शिकंजा कसा था।
2017 में सत्ता परिवर्तन होने के बाद हाजी इकबाल की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। इसी के तहत सोमवार यहां सीबीआई की टीम पहुंची। फिलहाल ये टीम यमुना नदी किनारे का दौरा ही कर रही है। बताया जाता है कि सीबीआई की इस टीम द्वारा कई राजफाश किए जा सकते हैं, जिसके घेरे में बसपा सुप्रीमो मायावती भी आ सकती है।