बसपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या, व्हाट्सऐप की वायरल लिस्ट में दंगा फैलाने वालों में था मृतक का नाम
मेरठ। एससी/एसटी एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में दलितों द्वारा बुलाए गए बंद में 2 अप्रैल को मेरठ में हिंसा भड़क उठी थी। मेरठ में बुधवार को एक दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक बसपा का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। दरअसल मेरठ के कंकरखेड़ा के शोभापुर में हुई इस आगजनी में दंगाइयों की एक लिस्ट व्हाट्सऐप पर वायरल हो रही थी। जिसमें मृतक गोपी परिया का नाम शामिल था। ऐसा बताया जा रहा है कि यह लिस्ट मेरठ के ही एक स्थानीय मनोज गुर्जर ने तैयार की थी। जिसे उसने पुलिस को दिया था।
गोपी को इस बात की भनक लग गई। गोपी पारिया को मनोज ने मिलने बुलाया था। इसी दौरान हुई वहां हाथापाई में मनोज ने गोपी को गोली मार दी और उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता ताराचंद पारिया ने मनोज गुर्जर, अशोक, कपिल, गिरधारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गोपी के पिता ताराचंद ने बताया कि, बुधवार को शाम चार बजे सुनील ने गोपी को बताया कि मनोज ने उसे पास के मंदिर में मिलने के लिए बुलाया है। इसके बाद गोपी अपने दो दोस्तों विजय और रोहित के साथ मिलने पहुंचा। इसके बाद मनोज ने पहली गोली गोपी की छाती में मारी, इसके बाद उसके साथियों ने गोपी पर और गोलियां बरसाईं, जो उसके पेट और छाती में लगी इस दौरान उसके साथी रोहित और विजय वहां से भाग गए।
बसपा कार्यकर्ता गोपी पारिया की हत्या में क्राइम ब्रांच ने दो मुख्य अभियुक्तों मनोज गुर्जर और कपिल को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि यह लिस्ट उसने तैयार नहीं की है। बल्कि एक स्थानीय नेता ने पुलिस को दी थी।
शोभापुर के निवासियों के मुताबिक, इस इलाके में दलित समुदाय और अन्य जातियों के बीच बीते तीन दशकों से तनाव बना हुआ है। लेकिन इतने बुरे हालात कभी उत्पन्न नहीं हुए। दो समुदायों के बीच पहला संघर्ष 1990 के दशक में हुआ था। जब एक क्रिकेट मैच के दौरान गोलीबाजी हुए थी। जिसमें एक दलित ज्ञान सिंह को गोली मार दी गई थी।
एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि मामला दो अप्रैल को हुई हिंसा से जुड़ा हुआ लग रहा है। बताया कि गोपी पारिया और मनोज गुर्जर पक्ष के बीच पिछले कुछ सालों से विवाद चल रहा था। जिसके चलते यह मामला और अधिक भड़क गया। पुलिस घटना के दौरान मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस कुछ सीसीटीवी कैमरों को भी खंगालने में जुटी हुई है। पुलिस इस फुटेज का आधार पर जांच को आगे बढ़ाएगी।