भाजपाइयों ने केशव प्रसाद मौर्य से मांगा इस्तीफा, लगाया पोस्टर
इलाहाबाद। यूपी में योगी सरकार सोमवार को अपने 1 साल का कार्यकाल पूरा होने पर जश्न मना रही है। वहीं, इलाहाबाद में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की मांग करने वाला पोस्टर भाजपा कार्यकर्ताओं ने लगाकर खलबली मचा दी है। पोस्टर फूलपुर लोकसभा सीट पर भाजपा की करारी हार का दर्द बयां कर रहा है और हार का ठीकरा केशव पर फोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री से की हस्तक्षेप की अपील
केशव मौर्य से नाराज कुछ कार्यकर्ताओं ने इलाहाबाद में एक विवादित पोस्टर झूसी के गंगा पुल पर लगाया है। जिसमें केशव मौर्य पर ढेरों आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की गई है। खुद को उपेक्षित कार्यकर्ता बताकर पोस्टर जारी करने वाले कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है और केशव मौर्य से इस्तीफा दिलाने की प्रार्थना की है।
बैनर बना चर्चा का विषय
पोस्टर में एक कविता के जरिए आरोप लगाया गया है और यह पूरे शहर में अब चर्चा का विषय बना हुआ है। पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि अभी तक भाजपा की ओर से इस पोस्टर पर कोई सफाई नहीं आई है। पोस्टर में फूलपुर सीट पर पैसे लेकर प्रत्याशी उतारने का तो आरोप लगाया ही गया है। वहीं, बाहुबली अतीक अहमद के नजदीकी और मौजूदा सांसद विधायकों से द्वंद की बातें भी कही गई है। जबकि केशव मौर्य के नजदीकी नेताओं को ऊपर उठाने वह ब्राम्हण विरोधी लोगों को टिकट देने का भी आरोप लगाया गया है। पोस्टर में नगर पंचायत के दौरान केशव के नजदीकियों की हार को भी लिखा गया है और मांग की गई है कि नैतिकता के आधार पर केशव मौर्य इस्तीफा दे दें।
किसने लगाया पोस्टर
यह पोस्टर किसने लगाया है इस के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। बता दें कि पोस्टर को जारी करने की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी भाजपा नेता या कार्यकर्ता ने नहीं ली है। लेकिन पोस्टर में लिखे गए शब्दों में खुद को उपेक्षित कार्यकर्ता बताने वालों ने ये पोस्टर जारी किया है। पोस्टर में एक कोने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगी गई है, जबकि नीचे बिल्कुल बीच में कमल वाला चिन्ह बना हुआ है।
केशव के इस्तीफे से खाली हुई थी सीट
बता दें कि फूलपुर लोकसभा सीट उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बाद खाली हुई थी। इस सीट पर केशव मौर्य ने कौशलेंद्र पटेल का नाम प्रस्तावित किया था। कौशलेंद्र यहां से चुनाव लड़े लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस हार को लेकर पूरे भाजपा में पहले से ही रार मची हुई थी, लेकिन अब वह रार सतह पर आई है। सड़क पर लगे इस पोस्टर से सब कुछ नजर आ रहा है। फिलहाल योगी सरकार के 1 साल के कार्यकाल पूरे होने के दौरान रंग में भंग पढ़ने वाला यह पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है।