UP BJP की कमान संभालते ही नए बॉस ने किया इन 14 लोकसभा सीटों पर फोकस, जानिए 5 वजहें
लखनऊ, 30 अगस्त: उत्तर प्रदेश में विधानसभा और उसके बाद हुए लोकसभा उपचुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) अब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस रही है। बीजेपी के सूत्रों की माने तो पार्टी की नजर उन 14 लोकसभा सीटों पर है जो 2019 के आम चुनावों में जीतने में नाकाम रही थीं। भाजपा सोनिया गांधी और मुलायम सिंह यादव के गढ़ों पर विशेष ध्यान देगी क्योंकि वह 2024 में उनके गढ़ को हथियाने की कवायद शुरू हो चुकी है। हालांकि बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Singh Chaudhary) ने भी साफतौर पर ये कहा है कि पार्टी 2024 में यूपी की सभी 80 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
हारी हुई सीटों पर बढ़ा बीजेपी नेताओं का फोकस
हाल के उपचुनावों में रामपुर और आजमगढ़ संसदीय सीटों पर जीत के बाद अब भाजपा की सीटें दो सीटों से बढ़ गई हैं। भाजपा ने चार केंद्रीय नेताओं को इन 14 लोकसभा सीटों पर तीन दिनों के लिए डेरा डालने की जिम्मेदारी दी है, जो पार्टी 2019 के चुनावों में हार गई थी। जिन केंद्रीय मंत्रियों को इन सीटों की जिम्मेदारी मिली है उन्होंने 17 जुलाई से ही सपा, बसपा और कांग्रेस के कब्जे वाली इन 14 लोकसभा सीटों का दौरा करना शुरू कर दिया है। बीजेपी के नेताओं की इन सीटों पर लगातार दौरे हो रहे हैं और कोर कमेटी की बैठकें हो रही हैं।
मुलायम की मैनपुरी और सोनिया की रायबरेली पर भी नजर
बीजेपी के एक पदाधिकारी ने बताया कि सोनिया गांधी और मुलायम सिंह यादव के गढ़ों पर खास फोकस है। इन सीटों को जीतने के लिए भगवा पार्टी ने अलग रणनीति बनाई है। इन सीटों पर राष्ट्रीय स्तर के संगठन के पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। मैनपुरी सीट पर बूथ स्तर पर केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह के साथ राज्य संगठन के चार पदाधिकारी, यूपी सरकार के दो मंत्री और बीस कार्यकर्ताओं की अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।
केंद्रीय मंत्रियों की टीम कर रही इन सीटों का दौरा
वहीं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सहारनपुर, नगीना और बिजनौर सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को रायबरेली, मऊ, घोसी, श्रावस्ती और अंबेडकर नगर सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह को मुरादाबाद, अमरोहा, संभल और मैनपुरी की जिम्मेदारी दी गई है. जौनपुर, गाजीपुर, लालगंज की जिम्मेदारी केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी को सौंपी गई थी।
हारी हुई सीटों को जीतने की बन रही रणनीति
इस मुद्दे पर बोलते हुए, यूपी भाजपा के प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा, "पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में सभी 14 सीटें जीतने के लिए काम कर रही है। इसके लिए केंद्रीय मंत्रियों और राज्य संगठन के पदाधिकारियों को लगाया गया है। जिन सीटों पर जिस जाति के वोट अधिक हैं, उसी के अनुसार उसी समुदाय के वरिष्ठ पदाधिकारियों को तैनात किया गया है, ताकि नेता अपने समाज के मतदाताओं से मिलें और उन्हें भाजपा के पक्ष में लामबंद करें।"
विपक्ष को काउंटर करने की तैयारी में लगी है बीजेपी
ऐसे समय में जब विपक्षी दल अपने गठबंधन के मुद्दों को सुलझाने में लगे हुए हैं, भाजपा पहले ही अपने वरिष्ठ नेताओं को 14 लोकसभा सीटों पर कमल खिलने की जिम्मेदारी दे चुकी है। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 62 सीटें जीती थीं। उसके सहयोगी अपना दल (एस) को दो सीटें मिली थीं, जबकि बहुजन समाज पार्टी को 10 सीटें मिली थीं। समाजवादी पार्टी को 5 सीटें मिली थीं और कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीतने में सफल रही थी।
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