BJP ने सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलनों में झोंकी ताकत, जानिए इसके पीछे क्या है वोटों की सियासत
लखनऊ, 18 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने संगठन और सरकार को एकजुट करते हुए सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलनों की शुरुआत कर दी है। इसकी शुरूआत 15 अक्टूबर को हो गई जो 31 अक्टूबर तक चलेंगे। दरसअल बीजेपी की प्लानिंग भाजपा की योजना 31 अक्टूबर तक राज्य भर में ऐसे 27 सम्मेलन आयोजित करने की है। इन सम्मेलनों के जरिए पार्टी हर वर्ग और समुदाय तक पहुंचना चाहती है। ये सम्मेलन ऐसे समय में आयोजित किए जा रहे हैं जब विपक्षी सपा समुदायों से जुड़ने के लिए यात्राएं निकाल रही है, जबकि बसपा ने सम्मेलनों का आयोजन किया है।

27 कार्यक्रमों में शामिल होंगे अलग-अलग जातियों के नेता
दरसअल, भाजपा की योजना 31 अक्टूबर तक राज्य भर में ऐसे 27 सम्मेलन आयोजित करने की है। ये सम्मेलन ऐसे समय में आयोजित किए जा रहे हैं जब विपक्षी सपा समुदायों से जुड़ने के लिए यात्राएं निकाल रही है, जबकि बसपा ने सम्मेलनों का आयोजन किया है। रविवार को भाजपा के कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कुम्हारों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए अपनी सरकार के प्रयासों के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अयोध्या में दिवाली के लिए 9 लाख दीयों का उपयोग किया जाएगा और उनकी सरकार उन्हें क्षेत्र के कुम्हारों से खरीदेगी।

भाजपा के सह मीडिया प्रभारी हिमांशु दुबे ने बताया कि,
"सभी वर्गों को साथ लेकर पिछले दो दिन से शुरू हुए सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलनों में, पार्टी विभिन्न वर्गों और वर्गों के प्रतिष्ठित और प्रभावशाली व्यक्तियों तक पहुंचेगी और उनका सम्मान करेगी। पार्टी उनके साथ राज्य सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए लिए गए फैसलों को जन जन तक पहुंचाने का काम करेगी। साथ ही विभन्न वर्गों के लोगों से दोबारा सरकार बनाने की अपील की जाएगी।''
इन कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हर वर्ग के नेता
यूपी में कुम्हारों की मदद के लिए माटी कला बोर्ड की स्थापना की गई थी, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले, चीन में मूर्तियाँ बनाई जा रही थीं। चीन एक नास्तिक राष्ट्र है लेकिन उसने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों को ऊंचे दामों पर बेचने के लिए बनाना शुरू कर दिया। हमारे प्रजापति समाज के लोग बिना काम के बैठे रहते थे। अब, हमें चीन से मूर्तियाँ नहीं मिल रही हैं, हम उन्हें अपने दम पर बना रहे हैं।

बीजेपी का दावा- यह कार्यक्रम जाति केंद्रित नहीं
वहीं दूसरी ओर भाजपा के कार्यक्रम को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष लोकेश कुमार प्रजापति सहित विभिन्न पिछड़ा वर्ग के पार्टी नेताओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की प्रभारी और भाजपा के राज्य महासचिव, प्रियंका सिंह रावत ने कहा कि ये सम्मेलन विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों तक पहुंचने के लिए आयोजित किए जाएंगे। ये कार्यक्रम जाति केंद्रित नहीं हैं।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया ने कहा कि इस तरह के सम्मेलन 19 अक्टूबर से सात अनुसूचित जाति समूहों के लिए आयोजित किए जाएंगे जिसमें पासी, कनौजिया, वाल्मीकि, कोरी, कठेरिया, सोनकर और जाटव। ये सात अनुसूचित जातियों में प्रमुख जातियां हैं। कई अन्य जातियां भी हैं, और उन्हें भी इन आयोजनों में आमंत्रित किया जाएगा।
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