पेट्रोल-डीजल की मार झेलने वालों के लिए है अच्छी खबर, आ गया 'बायो डीजल'
अमेठी। देश में डीजल के आसमान छूते दामों को लेकर हाहाकार मचा है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में अमेठी के आरआरएसएमटी कॉलेज के स्टूडेंट्स ने डीजल के आल्टरनेट 'बायो डीजल' की ईजाद कर बड़ा काम किया है। जिले के मुंशीगंज में स्थापित आरआरएसएमटी कालेज के इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स ने कमाल कर दिखाया है। इन स्टूडेंट्स ने देश में डीजल की भारी किल्लत को देखते हुए कुछ अलग करने का ठाना और ऐसा कर भी दिखाया।
घरों में इस्तेमाल तेल से तैयार किया
आमतौर से घरों, दुकानों और रेस्टोरेंट में बार-बार इस्तेमाल होने वाले तेल को वो लेकर आए और प्रयोग शुरु किया। अंत में इन्हें बड़ी उपलब्द्धि हाथ लगी। इन स्टूडेंट्स ने जानलेवा इस दैनिक उपयोग के तेल से डीजल का आल्टरनेट 'बायो डीजल' तेल तैयार कर डाला।
59 रुपए के आसपास आएगा मार्केट रेट
कॉलेज के एचओडी प्रवेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 'बायो डीजल' में वेस्ट आयल जो किचन में एक बार यूज हो जाता है उसको यूज किया गया है। इसके अलावा कुछ केमिकल्स यूज कर इससे एक पर्टीकुलर टेम्परेचर पर रखा गया। करीब 24 घंटे तक रखने के बाद इसे इंडिका विस्टा कार के इंजन में 2300 से लेकर 3600 आरएमपी तक इस्तेमाल किया गया। उन्होंंने बताया कि इसका रा मटेरियल साबुन बनाने के काम में भी आएगा। श्रीवास्तव ने बताया कि 'बायो डीजल' का मार्केट रेट 59 रूपए के आसपास आएगा।
वातावरण होगा क्लीन और ग्रीन
कॉलेज के डायरेक्टर कर्नल सुरेश कुमार बताते हैं कि काफी देशों में आज बायो डीजल यूज हो रहा है। हाल ही में इंडिया में स्पाई जेट की फ्लाईट देहरादून से दिल्ली तक बायो डीजल से उड़ाई गई। वर्ल्ड में ये ट्रेंड आ चुका है, ग्रीन फ्यूल की ट्रेड यूज करना बहुत जरूरी है। क्योंकि डीजल खत्म हो रहा और वातावरण प्रदूषित हो रहा। ऐसे में इस तरह के फ्यूल बनना जरूरी है। कर्नल ने बताया कि हमारे बच्चों फ़्यूचर के बारे में आज से सोचा, इससे क्रांति होगी, वातावरण क्लीन और ग्रीन होगा। उन्होंंने बताया कि 15 अक्टूबर को कानपुर यूनिवर्सिटी में हमारे स्टूडेंट्स को इसके लिए सम्मानित किया गया। इसके पूर्व नवंम्बर 2017 में हमारे स्टूडेंट्स ने पब्लिक और किसान के लिए एसी हेल्मेट बनाया था, जो देश का पहला इन्वेंशन था।
ये भी पढ़ें- इस शहर में हिंदू- मुसलमान मिलकर करते हैं दुर्गापूजा, धार्मिक एकता की अनूठी मिसाल