यूपी चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका, अखिल भारतीय अखाड़ा नहीं देगा भाजपा का साथ
यूपी चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भाजपा को समर्थन करने से किया इनकार, सच्चा विकास लाने वाले का करेंगे समर्थन
इलाहाबाद। यूपी में चुनाव का ऐलान हो चुका है लेकिन जिस तरह से अखिलेश यादव ने विकास का नया नारा दिया है और प्रदेश में खुद की अलग छाप स्थापित करने में सफलता हासिल की है उसका रंग दिखने लगा है। यूपी में जो संत समुदाय लंबे समय से भाजपा के साथ खड़ा दिखाई दे रहा था उसने इस बार भाजपा का साथ छोड़ दिया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस बार के चुनाव में भाजपा का साथ नहीं देने का ऐलान किया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि वह इस बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को अपना समर्थन नहीं देगी। उन्होंने कहा कि इस बार हम उसका साथ देंगे जो वाकई में विकास लाएगा, लिहाजा हम भाजपा का अपना समर्थन नहीं देंगे। आपको बता दें कि नरेंद्र गिरी ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का भी स्वागत किया था जिसमें कोर्ट ने कहा था कि धर्म और जाति के नाम पर अब वोट मांगना असंवैधानिक होगा और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
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भी
पढ़ें-
यूपी
विधानसभा
चुनाव
2017:
कांग्रेस
के
समाजवादी
पार्टी
से
गठबंधन
की
ये
है
असल
वजह
गौरतलब
है
कि
इस
बार
के
चुनाव
में
शिवसेना
भी
हाथ
आजमा
रही
है
और
उसने
अपने
उम्मीदवारों
की
सूचि
जारी
करते
हुए
कहा
कि
वह
सरकार
में
आने
के
एक
महीने
के
भीतर
राम
मंदिर
का
निर्माण
कराएगी।
शिवसेना
ने
कहा
कि
उसका
एजेंडा
इस
बार
के
चुनाव
में
हिंदुत्व
है
और
वह
भाजपा
से
अलग
चुनाव
लड़ेगी
और
सरकार
में
आने
के
एक
महीने
के
भीतर
राम
मंदिर
का
निर्माण
कराएगी।
बहरहाल
देखने
वाली
बात
यह
है
कि
क्या
एक
बार
फिर
से
इस
बार
का
चुनाव
हिंदुत्व
और
राम
मंदिर
के
नाम
पर
लड़ा
जाएगा
या
फिर
प्रदेश
में
विकास
भी
पार्टियों
के
लिए
मुद्दा
बनेगा।