यूपी की हर नदी में इसलिए प्रवाहित की जाएंगी अटल जी की अस्थियां
लखनऊ। अटल जी का रिश्ता यूपी से बेहद खास रहा है। यही वजह है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला लिया है कि अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां यूपी से निकलने वाली सभी प्रमुख नदियों में प्रवाहित की जाएंगी। प्रदेश की योगी सरकार ने यह फैसला पूरे प्रदेश में अटल जी की लोकप्रियता को देखकर लिया है। प्रदेश के कई शहरों के साथ अटल जी के गहरे रिश्ते रहे हैं।
यूपी से अटल जी का गहरा रिश्ता रहा है और इसी राज्य को उनकी कर्मभूमि कहा जाता है। वह लखनऊ से सांसद बनने के बाद ही देश के पीएम बने। जब तक राजनीति में सक्रिय रहे लखनऊ से ही सांसद रहे। यूपी में बीजेपी को सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में वाजपेयी जी का अहम योगदान है। यूपी की राजधानी के अलावा कानपुर, बलरामपुर, आगरा और मथुरा से भी उनका रिश्ता रहा है। उन्होंने कानपुर से पढ़ाई की और बाकी जगहों में वह राजनीतिक रुप से सक्रिय रहे।
यूपी के बलरामपुर से भी उनका वास्ता रहा है। यही वजह रही कि उनकी मौत के बाद अटल जी के सम्मान में शुक्रवार को राज्य के सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेजों को आज बंद रखने का फैसला किया गया है। साथ ही ट्वीट करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि चूंकि पूरे यूपी से अटल जी का गहरा रिश्ता रहा है इसलिए उनकी अस्थियों को यूपी से प्रवाहित होने वाली सभी नदियों में प्रवाहित किया जाएगा।
अटल जी के पैतृक स्थान बटेश्वर, शिक्षा क्षेत्र कानपुर, प्रथम संसदीय क्षेत्र बलरामपुर व कर्मभूमि लखनऊ में स्मृतियों को जीवित रखने के लिए विशेष कार्य किए जाएंगे। उनकी अस्थियां हर जनपद की पवित्र नदियों में प्रवाहित की जाएंगी: #UPCM श्री #YogiAdityanath
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 16, 2018
अटल जी के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय लाया जा चुका है। अब दोपहर 1 बजे बीजेपी मुख्यालय से स्मृति स्थल तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार राष्ट्रीय स्मारक स्थल पर किया जाएगा। इसके बाद ही अस्थियां प्रवाहित करने का काम शुरू होगा।