'यूपी के लिए योगी सरकार उपयोगी नहीं, अनुपयोगी है', PM मोदी के नए नारे पर अखिलेश का पलटवार
लखनऊ, 18 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज शाहजहांपुर में ऐतिहासिक अवसर है। आज यूपी के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे पर काम शुरू हो रहा है। करीब 600 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर लगभग 36000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि मां गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति प्रगति की स्रोत हैं। मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा। वहीं उन्होंने नया नारा देते हुए कहा कि आज पूरे यूपी की जनता कह रही है- यूपी प्लस योगी, बहुत हैं उपयोगी। जिस पर अब समाजवादी पार्टी के प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने तंज कसा है।
पीएम मोदी के नए नारे के बाद अखिलेश यादव ने ट्विटर का सहारा लेते हुए करारा हमला किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हाथरस की बेटी, लखीमपुर का किसान, गोरखपुर का व्यापारी, असुरक्षित महिला, बेरोजगार युवा, पीड़ित दलित-पिछड़े सब कह रहे हैं... यूपी के लिए वर्तमान सरकार उपयोगी नहीं, अनुपयोगी है। इसी के साथ उन्होंने लिखा- यूपीवाले कह रहे हैं अगर कोई 'उप-योगी है; तो 'मुख्य-योगी कौन है।
हाथरस की बेटी, लखीमपुर का किसान, गोरखपुर का व्यापारी, असुरक्षित महिला, बेरोज़गार युवा, पीड़ित दलित-पिछड़े सब कह रहे हैं… यूपी के लिए वर्तमान सरकार उपयोगी नहीं, अनुपयोगी है।
यूपीवाले कह रहे हैं अगर कोई ‘उप-योगी’ है; तो ‘मुख्य-योगी’ कौन है।
यूपी कहे आज का
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 18, 2021
नहीं चाहिए भाजपा pic.twitter.com/gHyiJuOwqc
इसी के साथ उन्होंने दूसरे ट्वीट में भाजपा सरकार की उप्र में अनुपयोगी होने की क्रॉनॉलॉजी के बारे बताते हुए लिखा कि उप्र हुआ नम्बर वन जैसा:
-
किसानों
की
आत्महत्या
और
हत्या
में
-
खाद
की
बोरी
की
चोरी
में
-
चंदा
चोरी
में
-
पेपर
लीक
कराके
बेरोज़गारी
बढ़ाने
में
-
कस्टोडियल
डेथ
में
-
माफिया
संरक्षण
में
-
समाज
को
बांटने
में
भाजपा सरकार की उप्र में अनुपयोगी होने की क्रॉनॉलॉजी:
उप्र हुआ नम्बर वन जैसा:
- किसानों की आत्महत्या और हत्या में
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 18, 2021
- खाद की बोरी की चोरी में
- चंदा चोरी में
- पेपर लीक कराके बेरोज़गारी बढ़ाने में
- कस्टोडियल डेथ में
- माफ़िया संरक्षण में
- समाज को बाँटने में#भाजपा_ख़त्म pic.twitter.com/TdGTcweF7w
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने 2012-17 तक यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार का नेतृत्व किया और 2017 में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की और सत्ता की बागडोर योगी आदित्यनाथ के हाथ में आ गई। वहीं प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा और सपा के बीच जमकर वाकयुद्ध जारी है।