तो क्या अब खत्म हो गई है भतीजे अखिलेश के साथ चाचा शिवपाल की तल्खी?
शाहजहांपुर। मुलायम सिंह परिवार में चुनाव के ऐन पहले चाचा और भतीजे में हुई टकराहट क्या अब खत्म हो गई है? मायावती और अखिलेश के मिलन की तरह ही चाचा और भतीजे का भी मिलन हो गया है? ये बातें इसलिए क्योंकि शिवपाल सिंह ने साफ-साफ कहा है कि अब उनके और अखिलेश के बीच किसी तरह का मनमुटाव नहीं है। वे दोनों पहले की ही तरह पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। यूपी के शाहजहांपुर में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे शिवपाल ने स्पष्ट किया कि आने वाले लोकसभा चुनाव में पूरी पार्टी एकजुट दिखेगी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सपा में किसी तरह की कलह नहीं है और अब सब एक ही मंच पर हैं।
शिवपाल सिंह ने कहा कि चाहे मैं हूं या अखिलेश सब एक ही पार्टी सपा के लिए प्रचार कर रहे हैं। हमारा मकसद है कि हम लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीतें। महागठबंधन होने से सपा और मजबूत होगी। प्रदेश सरकार पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी मे फर्जी एकाउंटर हो रहे हैं।
महागठबंधन का पीएम कौन होगा इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोकसभा इलेक्शन होने के बाद पीएम के नाम ऐलान होगा। मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में जनता से वादा किया गया था कि सौ दिन के अंदर भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। लेकिन यह खत्म होने के बजाय और भी ज्यादा हो गया।
खास बात यह रही कि इस कार्यक्रम में सपा जिलाध्यक्ष पूर्व मंत्री समेत सभी सपा नेता नदारत रहे। उनके साथ सिर्फ एक पूर्व विधायक ही साथ रहे। पूर्व मंत्री राम मूर्ति सिंह वर्मा का कहना है कि हमे शिव पाल सिंह यादव के आने की सूचना नहीं मिली थी। हमें ये भी नही पता कि शिवपाल यादव आज शाहजहांपुर में हैं। हम उस कार्यक्रम में तब पहुंचते जब हमें पार्टी कार्यालय से सूचना मिलती है। ये संकेत इस बात का इशारा कर रहे हैं कि पार्टी में अखिलेश लॉबी, शिवपाल से एक किस्म की दूरी बनाकर चलना चाहती है।