Akhilesh Yadav के गंभीर आरोप- BJP-RSS से मिल रहीं धमकियां, NSG security जानबूझकर हटाई गई
समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने गुंडे भेजकर उन्हें यज्ञ में भाग लेने से रोकने का प्रयास किया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh Yadav ने कहा, वे यज्ञ में भाग लेने आए थे, लेकिन भाजपा को यह रास नहीं आ रहा है। जिन लोगों ने मुझे यहां कार्यक्रम में आमंत्रित किया था, उन्हें बीजेपी और आरएसएस से धमकियां मिल रही हैं। धर्म का कोई ठेकेदार नहीं है। बीजेपी ने यहां गुंडे भेजे ताकि मैं कार्यक्रम में शामिल न हो सकूं।
क्या अखिलेश को रोकने के लिए भाजपा ने गुंडे भेजे ?
बता दें कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख भी हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा ने यहां गुंडे भेजे ताकि मैं कार्यक्रम में शामिल न हो सकूं। रिपोर्ट्स के मुताबिक लखनऊ में गोमती नदी के तट पर मां पीतांबरा के मंदिर में 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन हुआ। इसमें शरीक होने पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव को विरोध प्रदर्शन से जूझना पड़ा।
जानबूझकर हटाई गई NSG Security !
बकौल अखिलेश यादव, रात में यहां तैनात सभी थानों को हटा दिया गया। मुझे जो नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की सुरक्षा दी गई थी, उसे भाजपा ने जानबूझकर हटा दिया है। आज मेरी समझ में आ रहा है कि मेरी सुरक्षा क्यों हटाई गई और सीएम आवास खाली करने के बाद क्यों उसे गंगाजल से धोया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि बीजेपी हमारे अस्तित्व को ही खारिज करती है, हम उनकी नजर में कुछ भी नहीं।
किन संगठनों पर अखिलेश का विरोध करने के आरोप
अखिलेश
के
विरोध
के
संबंध
में
प्रभात
खबर
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक
हिंदू
संगठनों
के
कार्यकर्ताओं
ने
अखिलेश
का
घेराव
कर
नारेबाजी
की।
आरोप
अखिल
भारतीय
विद्यार्थी
परिषद
(ABVP),
हिंदू
महासभा
समेत
उत्तर
प्रदेश
की
सत्तारुढ़
पार्टी
भाजपा
और
राष्ट्रीय
स्वयंसेवक
संघ
(आरएसएस)
पर
भी
लगे
हैं।
बीजेपी
किसी
भी
हद
तक
जा
सकती
है।
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बीजेपी चुनौतियों से बेहाल, किसी भी हद तक जा सकती है
रिपब्लिकवर्ल्डडॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश को काले झंडे भी दिखाए गए। अखिलेश ने कहा की बीजेपी धर्म की ठेकेदारी नहीं कर सकती। समय बदलने पर उन्हें भी इस बात का एहसास होगा। बकौल अखिलेश यादव, भाजपा किसी के साथ कुछ भी करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, क्योंकि ये लोग बेरोजगारी और महंगाई जैसी चुनौतियों का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं।
समाजवादी बीजेपी के गुंडों से डरेंगे नहीं
राजधानी लखनऊ में अपने साथ हुए बर्ताव से खफा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया, बीजेपी के गुंडे उनके पीछे घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपाई दलितों को शूद्र मानते हैं। कुछ लोग मंदिरों को अपने कब्जे में रखना चाहते हैं, इसलिए मंदिरों में प्रवेश से रोका जा रहा है, लेकिन हम समाजवादी लोग इनके गुंडों से डरने या पीछे हटने वाले नहीं। बकौल अखिलेश, बीजेपी को तकलीफ इस बात की है कि हम गुरु और संतों से आशीर्वाद लेने क्यों नहीं जाते।
अखिलेश और स्वामी प्रसाद मौर्य की मुलाकात
यह भी दिलचस्प है कि उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस पर अपने बयान के कारण विवादों में घिरे हुए हैं। अखिलेश ने मौर्य से लखनऊ के सपा दफ्तर में मुलाकात की। बैठक के पहले मौर्य ने संवाददाताओं से बात करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों को मिलने वाले आरक्षण के प्रावधानों को खत्म कर दिया है। ऐसे में देश के पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति-जनजाति से जुड़े लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए सपा आवाज बुलंद करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यूपी में जाति आधारित जनगणना की अपील के साथ लेटर भेजा जाएगा। खुद अखिलेश ने भी रिजर्वेशन के मुद्दे पर कहा कि यूपी निकाय चुनाव से साफ हो गया है कि भाजपा ओबीसी आरक्षण को खत्म करने का प्रयास कर रही है। हम एकजुट होकर इसका विरोध करेंगे।
मौर्य के खिलाफ लखनऊ में FIR
रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी के बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने में मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295-ए, 298, 504, 505(2) और 153-ए सेक्शन 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, भाजपा और खुद समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भी स्वामी का विरोध किया, लेकिन पूर्व मंत्री ने अपने बयान पर कायम रहने और माफी न मांगने की बात कही है।