कोई ताजमहल देखने आता है तो उसे पहले दिखता है गोबर: अखिलेश यादव
लखनऊ। यूपी के सीएम ने योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी की बात करने वाले लोग पहले शहर की गंदगी को तो साफ कर लें। उन्होंने कहा कि जब कोई देशी-विदेशी पर्यटक आगरा घूमने आता है तो उसे ताजमहल तो बाद में दिखता है पहले शहर भर में फैला गोबर ही दिखता है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को मेट्रो को एक साल पूरे होने और शिक्षक दिवस के मौके पर योगी सरकार को चौतरफा घेरा। अखिलेश यादव ने कहा कि स्मार्ट सिटी की बात करने वाले पहले गोबर तो साफ कर लें। यूपी स्मार्ट सिटी जब बनेगी तब बने लेकिन पहले जो सड़कों पर भरा नाली का पानी और गोबर तो साफ कर लें। तब स्मार्ट सिटी और मेट्रो सिटी के कसीदे पढ़े।
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर को दूसरे देश से मेहमान अपने प्रदेश में आता है तो उसे ताजमहल बाद में दिखता है पहले सड़कों पर भरे नाली के पानी गड्डे और गोबर से होकर गुजरना पड़ता है। अखिलेश ने कहा कि पहले प्रदेश के सड़कों के गड्डों को दुरस्त करें और गोबरों को साफ करे फिर मेट्रों की बड़ी बड़ी बातें करे। शिक्षक लाठियां खा रहा है बेरोजगार युवा रोजगार की तलाश में दर दर भटक रहा है और मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि नौकरी की कमी नहीं है कमी है को योग्यता की। अपने अधिकारों के लिए शिक्षक सड़कों पर लाठियां का रहा है। किसानों से कर्ज माफी का वादा करके उनके साथ धोखा कर रही है।
स्मार्ट सिटी जब बननी होगी तब बनेगी लेकिन शहरों मैं नालियों का पानी सड़कों से तो पहले हटा दो और अगर नालियां साफ नहीं कर पा रहे हो तो कम से कम सड़कों से गोबर हटा दो जहां टूरिस्ट सबसे ज्यादा आते हैं। आगरा में वहां अगर कोई ताजमहल देखने जाए तो इस समय सबसे पहले उसे गोबर देखना पड़ेगा ।
नौजवानों की योग्यता पर सवाल उठा कर किया अपमान
अखिलेश ने कहा कि जब युवाओं ने बेरोजगारी का सवाल उठाया तो भाजपा ने अपना बेतुका बयान देकर युवाओं की योग्यता पर सवाल उठाकर उनका अपमान किया। जब भी युवाओं ने नौकरी की मांग की तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कहा कि नौजवान योग्य नहीं है। जबकि यह पूरी तरीके से गलत है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में जैसे ही नौकरी आती है पेपर होने से पहले ही पेपर लीक हो जाते हैं । इसका दोषी अगर कोई है तो वह सिर्फ सरकार है।
सीएम योगी के बयान है कि शिक्षक अपना सर मुंडवा रहे हैं वह शिक्षक नहीं हो सकते। मैं सिर्फ भाजपा सरकार से पूछना चाहता हूं कि जो शिक्षा मित्र जो मांग यहां लेकर आए थे उनको शिक्षामित्र किसने बनाया था? शायद भाजपा ये भूल गई कि देश में शिक्षामित्र की व्यवस्था किसने लागू की थी तो उस समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। अखिलेश ने कहा कि जो भाजपा सरकार आज मेट्रो नई कार्ड की शुरुआत कर रही है इसकी शुरुआत सपा ने ही की थी। हमें इंतजार रहेगा कि जिलों में यह शहरों में कब मेट्रो चलेगी। इतना ही नहीं अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने झांसी और गोरखपुर में मेट्रो चलाने की बात कही थी हमें इंतजार है कि झांसी और गोरखपुर में कब मेट्रो चलेगी ।
डिप्टी सीएम का सरकार कर रही अपमान
डिप्टी सीएम को अपमानित करने का काम किया जा रहा है एक बार गलती से वह शास्त्री भवन में बैठ गए थे लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री को पता चला वह दिन है और आज का दिन है वो ना कभी वहां जा पाए और ना बैठ पाए। अब उनको समझा बुझाकर यह कहा गया है कि तुम्हारा नंबर 2019 में आएगा इसलिए वह इस समय बैकवर्ड सम्मेलन बहुत करने लगे । उनका इशारा केशव प्रसाद मौर्या की तरफ था।