जन्मभूमि और कर्मभूमि के बीच अटका अखिलेश का टिकट, जानिए पार्टी किन सीटों को लेकर कर रही मंथन
लखनऊ, 20 जनवरी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक तरफ जहां बीजेपी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर शहर से टिकट दिया है लेकिन समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अभी भी सीटों के फेर में फसे हुए हैं। समाजवादी पार्टी के सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव को किस सीट से लड़ाया जाय इसको लेकर पार्टी मंथन करने में जुटी हुई है। अखिलेश की कर्मभूमि आजमगढ़ और जनभूमि कन्नौज के बीच पेच फसा हुआ है। इसको लेकर पार्टी स्थानीय स्तर पर नेताओं और कार्यकर्तवाओं से फीडबैक भी लेंगे जिसके बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। हालांकि बीजेपी ने भी बुआ और बबुआ का नाम लेकर तंज कसते हुए कहा है कि ये लोग कहां से चुनाव लड़ेंगे।
अखिलेश के लिए कई सीटों पर मंथन कर रही पार्टी
हालाकि अखिलेश ने अभी तक विधानसभा चुनाव नही लड़ा है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से चुनाव लडने का एलान कर दिया है। बीजेपी जिस तरह से हर मुद्दे पर सपा पर हमलावर है उससे पार्टी यह मानकर चल रही है कि सपा चीफ अखिलेश के चुनाव में न उतरने पर भी सवाल उठेंगे। इन परिस्थितियों में अखिलेश के लिए कन्नौज की छिबरामऊ, मैनपुरी की करहल और सादर सीट और आजमगढ़ की गोपालपुर को उनके लिए मुफीद बताया जा रहा है। गुनौर सीट की भी चर्चा है।
बीजेपी के राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए
हालाकि से समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। अखिलेश ने बुधवार को कह था कि पार्टी देगी तो वो चुनाव लडेंगे। यह भी कहा की चुनाव लडने के लिए वो आजमगढ़ की जनता से अनुमति मांगेंगे। सपा का इस बार कोई विकल्प नहीं है। जनता पूरी तरह से समाजवादियों के साथ खड़ी है। जिन नेताओं का जनाधार है उन्हीं को पार्टी में शामिल करवाया जा रहा है। समाजवादियों को बॉक्स राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।
आजमगढ़ से चुनावी मैदान में कूद सकते हैं अखिलेश
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को 2022 का चुनाव लड़ने के प्रति झुकाव दिखाते हुए कहा कि अगर उन्होंने आजमगढ़ से मैदान में कूदने का फैसला किया तो वह पहले वहां के लोगों की मंजूरी लेंगे। अखिलेश उन खबरों का जवाब दे रहे थे जिनमें कहा गया था कि वह 2022 का विधानसभा चुनाव आजमगढ़ के एक निर्वाचन क्षेत्र से लड़ सकते हैं। ऐसी खबरें आई हैं कि अखिलेश यादव और मुसलमानों के वर्चस्व वाले आजमगढ़ की गोपालपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। अगर अखिलेश ऐसा करते हैं, तो दो दशक लंबे राजनीतिक करियर में उम्मीदवार के रूप में यह उनका पहला विधानसभा चुनाव होगा।
बीजेपी ने अखिलेश और मायावती और प्रियंका पर कसा था तंज
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर (शहरी) से और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू सीट से अपना उम्मीदवार बनाए जाने के बाद अखिलेश के चुनाव लड़ने की अटकलों से राजनीतिक गलियारों में हलचल है। इसको लेकर बीजेपी ने टि्वट करते हुए लिख, ''बुआ, बबुआ और मिसेज वाड्रा जी को जनता को बताना चाहिए की आप किस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं या हार के डर से चुनाव नहीं लड़ेंगे। या (क्या) हार के डर ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए प्रेरित किया है)। "
ह भी पढ़ें-BJP सांसद रीता बहुगुणा जोशी इस्तीफा देने को तैयार, जानिए क्यों नड्डा को लिखा पत्र