काशी-मथुरा-अयोध्या के बाद अब नैमिष धाम पर रहेगा योगी सरकार का फोकस, जानिए कैसे
उत्तर प्रदेश सरकार ने काशी, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर सीतापुर में 'नैमिष धाम' के जीर्णोद्धार के लिए 'श्री नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद' के गठन को अपनी मंजूरी दे दी है। सरकार के इस फैसले के बाद अब ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस पौराणिक स्थल को संवारने का काम जल्द ही सरकार शुरू करेगी। इस पर नजर रखने के लिए बोर्ड का गठन भी कर दिया गया है और इसका ऑफिशियल नोटिफिकेशन जल्द ही जारी किया जाएगा।
धार्मिक और अध्यात्मिक पर्यटन पर सरकार का फोकस
श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास योजना प्रारंभ करने के पीछे मुख्यमंत्री का उद्देश्य नैमिषारण्य क्षेत्र का विकास करना तथा पर्यटन एवं संस्कृति विशेषकर धार्मिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन के लिए अधोसंरचना सुविधाओं का निर्माण करना है। यूपी में बनने जा रही विकास परिषद का विस्तार सीतापुर हरदोई स्थित नैमिषारण्य क्षेत्र में किया जायेगा। नैमिषारण्य के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में 8,511.284 हेक्टेयर क्षेत्र के साथ सीतापुर के 36 गांव शामिल हैं और इसमें ग्यारह गंतव्य शामिल हैं।
ये 36 गांव होंगे शामिल
अरबापुर, सहसामऊ, ठाकुरनगर, लकईरामऊ, बिठौली, नरसिधौली, मधवापुर, नारायणपुर, परसौली, संजराबाद, घरवासपारा कलां, धवरपारा खुर्द, मिसरिख, सरायबीबी, जसरायपुर, कर्मैसपुर, लेखनापुर, रूपपुर, उत्तरधौना, खड़गपुर, कल्ली , लोकनापुर, करखिला, मरैली, तरसवां, लोहांगपुर, बिजनग्रांट, बिनौरा, भानपुर, अटवा, मानिकपुर, लेखनपुर, लक्ष्मण नगर, नगर क्षेत्र के बाहर नैमिषारण्य, भैरमपुर और अजीजपुर।
तीर्थ विकास परिषद को बनाया जाएगा कॉरपोरेट बॉडी
श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद एक कॉरपोरेट बॉडी होगी। मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष होंगे, जबकि पर्यटन मंत्री उपाध्यक्ष होंगे। कार्यकारी उपाध्यक्ष की नियुक्ति भी मुख्यमंत्री द्वारा की जाएगी। प्रधान सचिव, पर्यटन, आवास एवं नगर नियोजन, वित्त, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, नगरीय विकास, परिवहन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन एवं लोक निर्माण विभाग, संभागायुक्त, जिलाधिकारी, सीतापुर, मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक, उत्तर प्रदेश एवं नैमिषारण्य नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी सदस्य एंव सह-समन्वयक की भूमिका में होंगे।
जल्द होगी कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति
परिषद का नेतृत्व एक मुख्य कार्यकारी अधिकारी करेगा, जिसे राज्य सरकार द्वारा राज्य सरकार के विशेष सचिव के वरिष्ठ अधिकारियों में से नियुक्त किया जाएगा। नैमिषारण्य क्षेत्र की विरासत के संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों के ज्ञान, अनुभव, दृष्टि और ट्रैक रिकॉर्ड वाले पांच प्रतिष्ठित व्यक्तियों को राज्य सरकार के परामर्श से अध्यक्ष द्वारा नामित किया जाएगा। परिषद के गठन की अधिसूचना जारी होने के बाद योजना एवं विकास समिति का भी गठन किया जायेगा।
योजना एवं विकास समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी सीतापुर होंगे जबकि मुख्य कार्यपालन अधिकारी सदस्य सचिव होंगे तथा इसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सीतापुर, मुख्य विकास अधिकारी हरदोई, अपर पुलिस अधीक्षक हरदोई एवं कार्यपालन अधिकारी शामिल होंगे।
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