10 हजार रुपये रिश्वत लेते सीएचसी का एकाउंटेंट रंगे हाथ गिरफ्तार
मिर्जापुर। मिर्जापुर जिले के जमालपुर थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एकाउंटेंट को विजलेंस की टीम ने गुरुवार की सुबह 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। क्षेत्र के धारा गांव निवासी युवक ने सीएचसी से अटैच वाहन का एक साल से भुगतान कराने के लिए एकाउंटेंट पर 30 हजार रुपये रिश्वत मांगे जाने का आरोप लगाते हुए एसपी विजलेंस वाराणसी से शिकायत किया था। इसके बाद विजलेंस की टीम ने एकाउंटेंट को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया।
सीएचसी से अटैच वाहन का बकाया है भुगतान
क्षेत्र के धारा गांव निवासी संतोष कुमार पाठक का वाहन सीएचसी जमालपुर से अटैच है। वाहन 2013 से अटैच है। सतोष कुमार पाठक का आरोप है कि जनवरी 2016 से दिसंबर 2016 तक का एक लाख 22 हजार रुपया भुगतान नहीं किया गया। पांच माह पूर्व सीएमओ से इस संबंध में अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि धन अवमुक्त कर दिया गया है। जाकर सीएचसी के एकाउंटेंट से मिले। सीएचसी के एकाउंटेंट रामजनम यादव से मिलने पर उन्होंने 30 हजार रुपये रिश्वत मांगा। इसके बाद संतोष ने 29 अगस्त को एसपी विजलेंस वाराणसी शिवशंकर सिंह से शिकायत किया।
एसपी विजलेंस ने भेजी टीम
एसपी विजलेंस ने इंस्पेक्टर प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में योगेंद्र राय, सुरेश त्रिपाठी समेत दस सदस्यी टीम को रवाना किया। विजलेंस प्रभारी प्रमोद तिवारी ने 30 अगस्त को जिलाधिकारी से मुलाकत कर जानकारी दी। डीएम ने उपायुक्त मनरेगा अनय कुमार और जिला सांख्यिकी अधिकारी संतोष कुमार को टीम के साथ लगाया। इसके बाद मामले की पड़ताल की गयी। मामला सही पाये जाने पर विजलेंस टीम ने गुरुवार की सुबह संतोष कुमार पाठक को दो हजार के पांच नोट को केमिकल लगाकर दिया।
संतोष कुमार पाठक ने केमिकल लगा नोट ले जाकर सीएचसी एकाउंटेंट रामजनम यादव को दिया। इसके बाद पहुंची विजलेंस की टीम ने एकाउंटेंट को रंगेहाथ पकड़ा। टीम ने एकाउंटेंट के खिलाफ जमालपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया।
अगस्त की पहली तारिख को बिजली विभाग का स्टोनो पकड़ाया था
विजलेंस
की
टीम
ने
एक
अगस्त
को
बिजली
विभाग
के
स्टोनो
को
45
हजार
रुपये
रिश्वत
लेते
पकड़ा
था।
मंडल
वितरण
खंड
कार्यालय
से
भवानीपुर
सब
स्टेशन
के
परिचालन
का
टेंडर
निकाला
था।
टेंडर
भदोही
के
कोईरौना
निवासी
निर्पत
यादव
का
हुआ
था।
ठेकेदार
निर्पत
यादव
ने
एसपी
विजलेंस
वाराणसी
शिवशंकर
सिंह
से
शिकातय
किया
था।
इसके
बाद
इंस्पेक्टर
प्रमोद
तिवारी
ने
स्टोनो
विजय
श्रीवास्तव
को
45
हजार
रुपये
रिश्वत
लेते
गिरफ्तार
किया
था।