बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों के एटीएम, पिन जलाते पकड़े गए अकाउंटेंट
बरेली। उत्तर प्रदेश में बरेली के फरीदपुर में स्टेशन के पीछे स्थित झाड़ियों में बोरों में भरकर एटीएम कार्ड और उनके पिन नम्बरों को जलाए जाने का प्रयास करते बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंटेंट व अन्य बैंक कर्मियों को आसपास के लोगों की भीड़ ने धर लिया। सूचना पर उपजिलाधिकारी रोहित कुमार व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। अकाउंटेंट हरकेश कुमार से मामले के बारे में पूछा गया तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर लोगों ने बैंक कर्मी से शाखा प्रबन्धक को बुलाने को कहा गया। शाखा प्रबन्धक मनोज साहनी भी कन्नी काटते रहे।
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बैंक ऑफ बड़ौदा का कारनामा
बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थानीय शाखा के कर्मी बैंक की गोपनीयता व ग्राहकों के विश्वास के साथ खिलवाड़ करते नजर आए। स्थानीय बैंक शाखा में जन-धन व अन्य नए खुलवाये गए खातों के एटीएम कार्ड और पिन नम्बरों को कस्बे के स्टेशन के पीछे स्थित सुनसान क्षेत्र में ले जाकर जलाने का प्रयास किया जा रहा था। तभी बैंक कर्मियों को देखकर कुछ लोग मौके पर पहुंच गए और मामले की जानकारी की तो बैक कर्मी इधर-उधर झांकने लगे। लोगों को शक हुआ और उन्होंने मीडिया के लोगों को बुला लिया।
बड़ी लापरवाही है या कुछ और?
मीडिया कर्मियों के पहुंचने पर अकाउंटेंट ने बताया कि तीन महीने से पुराने पिन नम्बरों को जलाया जा रहा है जिस पर उनसे पूछा गया कि सैकड़ों एटीएम कार्ड तो ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली गोपनीय वस्तु है, वह यहां कैसे पहुंची तो उन्होंने गलती से एटीएम कार्ड आ जाने की बात कहते हुए मामले को टालने का प्रयास किया।
तत्काल क्यों नहीं पहुंचे मौके पर शाखा प्रबन्धक?
लोगों ने शाखा प्रबन्धक को बुलाने की मांग की लेकिन मौके पर मौजूद अकाउंटेंट के कई बार फोन करने के बावजूद भी शाखा प्रबन्धक नहीं पहुंचे। इसके बाद मौके पर उपजिलाधिकारी और पुलिस टीम के पहुंच जाने पर उपजिलाधिकारी ने शाखा प्रबन्धक को फोन लगाकर मौके पर आने को कहा, तब जाकर प्रबन्धक मौके पर पहुंचे। उपजिलाधिकारी ने इस बाबत प्रबन्धक से बात की तो उन्होंने घोर लापरवाही का परिचय देते हुए नष्ट किए जाने वाले दस्तावेजों के साथ एटीएम कार्डों के धोखे से आ जाने की बात कही। इस मामले में दस्तावेजों के नष्ट करने के प्रक्रिया पूरे करनी की बात पूछी तो इस पर वह जबाब नहीं दे सके।
उपजिलाधिकारी रोहित यादव ने कहा कि पुलिस को जांच करने का निर्देश दे दिया है। बरामद एटीएम और पिन नम्बरों को बोरों में भरवाकर स्थानीय पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। जांच में दोषी होने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
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